इन राशियों पर है शनि का साया, 23 अक्टूबर तक वक्री रहेंगे शनिदेव

पंचांग के मुताबिक शनि देव मौजूदा समय में मकर राशि में वक्री अवस्था में संचरण कर रहे हैं, ये 23 अक्टूबर 2022 तक मकर राशि में ही वक्री अवस्था में रहेंगे।

New Delhi, Sep 16 : ज्योतिष में शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है, ये लोगों को कर्मों के मुताबिक फल देते हैं, इसी वजह से उन्हें कर्म फलदाता भी कहा जाता है, इन्हें कलयुग का दंडाधिकारी कहते हैं, ऐसी मान्यता है कि शनि देव जिस पर प्रसन्न रहते हैं, उनका जीवन खुशियों से भर जाता है, लेकिन जिन पर शनि की साया होती है, उन्हें अनेक कष्ट सहने पड़ते हैं।

Advertisement

वक्री अवस्था
पंचांग के मुताबिक शनि देव मौजूदा समय में मकर राशि में वक्री अवस्था में संचरण कर रहे हैं, ये 23 अक्टूबर 2022 तक मकर राशि में ही वक्री अवस्था में रहेंगे, shani4 इनके वक्री होने में इन राशियों पर शनि देव की साया पड़ रही है, इनके प्रभाव से तीन राशियों पर शनि की साढेसाती और 2 पर ढैय्या का प्रकोप रहेगा, पंचांग के मुताबिक 23 अक्टूबर को शनिदेव मार्गी होंगे।

Advertisement

शनि राशियों पर है शनि की साढेसाती
कुंभ राशि
धनु राशि
मकर राशि shani
इन राशियों पर शनि ढैय्या
मिथुन राशि
तुला राशि

Advertisement

शनि की साया का प्रभाव
मिथुन- शनि ढैय्या के प्रभाव से इन्हें कलह-कलेश, तनाव, वाद-विवाद जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ेगा, खर्च भी बढेंगे, वाहन चलाते समय दुर्घटना का भी सामना करना पड़ सकता है।
तुला- वक्री शनि के प्रभाव से तुला राशि वालों को मानसिक और शारीरिक कष्ट का भी सामना करना पड़ सकता है।
धनु- इन्हें धन हानि, पारिवारिक वाद-विवाद और मान-सम्मान की हानि हो सकती है। Shani Dev
कुंभ- मन बेचैन रह सकता है, सेहत खराब रह सकती है, धन के अनावश्यक खर्चों में वृद्धि होगी।
मकर- मकर राशि में ही शनि वक्री हैं, इन पर शनि की साढेसाती चल रही है, इससे इनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी, खर्चों में अनावश्यक वृद्धि हो सकती है।

(डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारी और सूचना सामान्य मान्यताओं पर आधारित है, हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।)