नामीबिया से चीतों को लाया गया भारत, जन्मदिन पर पीएम मोदी का खास तोहफा

कूनो नेशनल पार्क भारत के मध्य प्रदेश स्थित एक नेशनल पार्क है, 1981 में इसका निर्माण किया गया था, ये नेशनल पार्क 750 वर्ग किमी में फैला हुआ है।

New Delhi, Sep 17 : नामीबिया से लाये गये 8 चीते विशेष विमान टीवीआर 4724 बोइंग-747 एमपी के ग्वालियर एयरपोर्ट पहुंच चुका है, चीतों की ग्वालियर एयरपोर्ट पर पहुंचने की तस्वीरें और वीडिया सामने आ चुकी है, अब इन 8 चीतों को दो विशेष हेलिकॉप्टर के जरिये श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क ले जाया जाएगा, इस दौरान उनकी देख-रेख के लिये स्पेशल टीम भी मौजूद रहेगी, आपको बता दें कि नामीबिया से 5 फीमेल और 3 मेल चीते लाये गये हैं, पीएम मोदी अपने जन्मदिन पर आज सुबह 10.45 बजे कूनो नेशनल पार्क में चीतों को रहने के लिये मुक्त करेंगे।

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विमान से निकाले गये चीते
एमपी के प्रमुख मुख्य संरक्षक वन (वन्यजीव) जेएस चौहान का कहना है कि कागजी कार्रवाई और सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाग चीतों को 2 हेलिकॉप्टरों, एक चिनूक और एक एमआई श्रेणी के हेलिकॉप्टर से ग्वालियर से करीब 165 किमी दूर पालपुर गांव भेजा जाएगा, फिर चीतों को प्रीडेटर प्रूफ फेंस वाले बाड़ों में छोड़ा जाएगा, यानी ऐसे खुले हुए बाड़े जिनमें कोई ऐसा जंगली जानवर ना आए, जो चीतों के लिये खतरनाक हो, फिलहाल 6 वर्ग किमी के इलाके को 7 अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है, जो पूरी तरह से सुरक्षित है, चारों तरफ फेंसिंग की गई है, ये हिस्से 0.7 वर्ग मीटर से लेकर 1.1 वर्ग किमी के आकार के हैं, सभी आपस में जुड़े हुए हैं, नर तथा मादा चीतों को अलग-अलग बाड़ों में रखा जाएगा, लेकिन उन पर लगातार नजर रखी जाएगी, ताकि चीते आसपास के वातावरण को समझ सकें, शिकार खोज सकें, उन्हें खुले जंगल में छोड़ने से पहले भारतीय जानवरों का शिकार करने की आदत हो जाए।

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750 वर्ग किमी में फैला है कूनो
कूनो नेशनल पार्क भारत के मध्य प्रदेश स्थित एक नेशनल पार्क है, 1981 में इसका निर्माण किया गया था, ये नेशनल पार्क 750 वर्ग किमी में फैला हुआ है, वाइल्ड लाइफ लवर्स के लिये ये जगह शानदार है, यहां पर घास के विशाल मैदान तो, जो कान्हा और बांधवगढ टाइगर रिजर्व से भी बड़े हैं, 2018 में इसे राष्ट्रीय उद्यान यानी नेशनल पार्क का दर्जा दिया गया था।

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पीएम मिलेंगे चीता मित्र से
नेशनल पार्क के आस-पास रहने वाले लोग चीतों से डरकर उन्हें नुकसान ना पहुंचाएं, इसके लिये सरकार ने चीता मित्र भी बनाये हैं, अपने कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी आज इन चीता मित्रों से मुलाकात करेंगे। सरकार ने कुल 90 गावों के 457 लोगों को चीता मित्र बनाया है, इनमें से सबसे बड़ा नाम रमेश सिकरवार का है, जो पहले डकैत थे, अब उन्होने चीतों की रक्षा करने की कसम खाई है।