राजस्थान नये सीएम को लेकर घमासान, गहलोत बोले मान नहीं रहे विधायक, 92 ने दिया इस्तीफा
सचिन पायलट के नाम पर सहमति के बजाय प्रदेश में आपसी खींचतान शुरु हो गई है, बताया जा रहा है कि गहलोत समर्थक विधायक सचिन पायलट की अगुवाई में काम करने के लिये तैयार नहीं हैं।
New Delhi, Sep 26 : राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है, कुछ टकराव और आपसी मतभेद थे, लेकिन सरकार स्थिर थी, अब नये पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर मतभेद बाहर आ गये हैं, सरकार की स्थिरता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, फिलहाल इस पर हाईकमान ने सख्त नाराजगी जाहिर की है, पार्टी ने ऊपरी तौर पर तय कर लिया है कि मौजूदा सीएम अशोक गहलोत के पार्टी अध्यक्ष बनने की स्थिति में एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत उनको मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ देना चाहिये, उनकी जगह सचिन पायलट के अगले सीएम बनने की चर्चा है।
खींचतान शुरु
हालांकि सचिन पायलट के नाम पर सहमति के बजाय प्रदेश में आपसी खींचतान शुरु हो गई है, बताया जा रहा है कि गहलोत समर्थक विधायक सचिन पायलट की अगुवाई में काम करने के लिये तैयार नहीं हैं, पार्टी के 92 विधायकों ने सामूहिक रुप से विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है, इस बीच अशोक गहलोत ने पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल को फोन कर बता दिया कि हालात मेरे वश में नहीं हैं, विधायक नहीं मान रहे हैं।
बैठक रोक दी गई
रविवार को जब विधायक दल की मीटिंग हुई, तो उसमें गहलोत गुट के समर्थक नहीं पहुंचे, जिसकी वजह से मीटिंग रोक दी गई, देर रात 82 विधायक विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के आवास पर पहुंचे, अपना सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया, हालांकि मंत्री प्रताप सिंह का कहना है कि इस्तीफे पर हस्ताक्षर 92 विधायकों के हैं। देर रात पार्टी पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने गहलोत समर्थक विधायकों से एक-एकर मिलने की कोशिश की, इस दौरान संयम लोढा, मंत्री शांति धारीवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास और महेश जोशी ने मुलाकात की, लेकिन कोई हल नहीं निकाला जा सका, विधायकों ने कहा कि उन्होने 3 शर्तें रखी हैं।
तीन शर्तें
पहला शर्त ये है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव होने तक विधायक दल की मीटिंग ना हो, दूसरा ये कि नये सीएम के चुनाव में गहलोत की बात सुनी जाए, तीसरा ये कि सीएम वो बने जो 2020 में पायलट समर्थकों द्वारा विद्रोह के दौरान गहलोत के साथ खड़ा रहा, दूसरी ओर राजस्थान में जारी सियासी उठापटक के बीच बीजेपी ने गहलोत, पायलट और राहुल गांधी की तस्वीर पोस्ट कर कांग्रेस की चुटकी ली है, केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने ट्वीट किया कि कांग्रेस पार्टी को पहले अपने आंतरिक विद्रोह को सुलझाने पर ध्यान दें, उसके बाद भारत को जोड़ें।