6 किलो सोना, 3 किलो चांदी और 6 करोड़ के नोट, यहां ऐसे होता है मां दुर्गा का श्रृंगार

इस मंदिर में करीब दो दशकों से दशहरा के दौरान देवी माता को सोने-चांदी तथा नकदी से सजाने की परंपरा चली आ रही है।

New Delhi, Oct 01 : पूरे देश में नवरात्रि की धूम है, देश के अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग तरीके से मां दुर्गा की पूजा की जाती है, आंध्र प्रदेश में देवी वासवी कन्याका परमेश्वरी के 135 साल पुराने मंदिर को नवरात्रि के लिये 6 करोड़ रुपये की करेंसी नोटों तथा सोने के गहनों से सजाया गया है, देवी 6 किलो सोना, 3 किलो चांदी, तथा 6 करोड़ रुपये के करेंसी से सजाया गया है, करेंसी नोट मंदिर की दीवारों और फर्श पर चिपकाये गये थे, मालूम हो कि ये मंदिर पश्चिम गोदावरी जिले के पेनुगोंडा शहर में है।

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सालों से चली आ रही परंपरा
इस मंदिर में करीब दो दशकों से दशहरा के दौरान देवी माता को सोने-चांदी तथा नकदी से सजाने की परंपरा चली आ रही है, शुक्रवार को देवी महालक्ष्मी के अवतार को देखने के लिये भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। लोगों की यहां काफी आस्था है।

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दान का हिस्सा
दशहरा के बाद उन आभूषणों तथा करेंसी के इस्तेमाल के बारे में पूछे जाने पर मंदिर समिति ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा ये सार्वजिनक दान का हिस्सा है, पूजा समाप्त होने के बाद इसे वापस कर दिया जाएगा, ये मंदिर ट्रस्ट के पास नहीं जाएगा।

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नोट लटकाये दिख रहे
एएनआई द्वारा जारी एक तस्वीर में नोटों से बने बंडल पेड़ों पर तथा छत से लटकाये दिख रहे हैं, मंदिर पहुंचने वाले भक्त उसे उत्सुकता भरी नजरों से देखते हैं, ऐसा माना जाता है कि देवी नवरात्रि उस्तावलु के अवसर पर देवी को दिया गया नकद तथा सोना उनके लिये भाग्यशाली साबित होगा, उनके व्यवसाय में बढोतरी होगी।