नीतीश से मिले तो मिलने लगी गालियां, पीके ने बताया क्यों नहीं बने नीतीश के उत्तराधिकारी?
प्रशांत किशोर ने जन सुराज यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने उन्हें मुलाकात के दौरान ये ऑफर दिया था कि वो उनका उत्तराधिकारी बन जाएं।
New Delhi, Oct 06 : बिहार में महागठबंधन सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बीच जब मुलाकात हुई, तो बिहार में सियासी पारा चढने लगा था, कयासों का दौर शुरु हो गया, कि पीके फिर सुशासन बाबू के साथ आ सकते हैं, लेकिन अंदरखाने क्या बातें हुई, ये किसी को नहीं पता, लेकिन अब खुद पीके ने इसका खुलासा किया है, उन्होने कहा कि नीतीश कुमार उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहते थे, लेकिन उन्होने ऑफर ठुकरा दिया।
क्या कहा
प्रशांत किशोर ने जन सुराज यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने उन्हें मुलाकात के दौरान ये ऑफर दिया था कि वो उनका उत्तराधिकारी बन जाएं, लेकिन मैंने इनकार कर दिया, क्योंकि मुझे किसी का उत्तराधिकारी नहीं बनना है, बिहार के लोगों से जो वादा किया है, उसे पूरा करना है।
हमारी पार्टी में आ जाइये
पश्चिमी चंपारण के जमुनिया में जन सुराज पदयात्रा कैंप में स्थानीय लोगों से संवाद करते हुए पीके ने तल्ख लहजे में कहा, 10-15 दिन पहले मीडिया में खबर आई थी, नीतीश जी अपने घर बुलाये थे, बोले, अरे भाई आप तो हमारे उत्तराधिकारी हैं, ये सब क्यों कर रहे हैं, आइये हमारे साथ, हमारी पार्टी में नेता बन जाइये। पीके ने बताया उन्होने उनकी बातें सुनी, सीएम ने कहा कि बहुत लोगों ने हमको गाली लिखकर भेजा है, कि क्यों इनसे मिलने गये, पीके ने बताया कि नीतीश जी से मिलने इसलिये गये थे कि मिलकर उनको ये बता सकें, कि कितना भी बड़ा प्रलोभन दीजिएगा, जनता से एक बार जो वादा कर दिये हैं, उससे पीछे नहीं हटेंगे, यही नहीं अब कभी भी पीछे नहीं हटने वाले हैं, उत्तराधिकारी बनाएं या कुर्सी खाली कीजिए, उससे कोई मतलब नहीं।
ललन सिंह ने बोला था हमला
मालूम हो कि कुछ दिन पहले ही नीतीश और पीके के बीच मुलाकात हुई थी, इस मीटिंग के बाद जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पीके पर हमला बोला था, अब पीके ने इसके जवाब में शायद नीतीश पर हमला तेज कर दिया है, वो लगातार सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं। हालांकि नीतीश ने चुप्पी साध रखा है, लेकिन जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने पलटवार करते हुए कहा कि पीके अपनी हैसियत पहचान लें, उनकी क्या हैसियत है, ये अब किसी से छुपी हुई नहीं है, कि वो बीजेपी के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं, नीतीश कुमार उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाएंगे, वो झूठ की खेती करते हैं।