बिहार जदयू-राजद में तनातनी!, अब महागठबंधन के छोटे दल कर रहे ऐसी मांग
माना जा रहा है कि राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के हाल के दिनों में 2023 में तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के बयान पर जदयू के कई नेता नाराज हो गये हैं।
New Delhi, Oct 07 : बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल छोटे दल अब एक समन्वय समिति बनाने की मांग करने लगे हैं, इसे लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है, हाल ही में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के इस्तीफे और उनके पिता राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के एक बयान के बाद जदयू में नाराजगी के बाद इस समिति की मांग तेज हो गई है।
जदयू के कई नेता नाराज
माना जा रहा है कि राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के हाल के दिनों में 2023 में तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के बयान पर जदयू के कई नेता नाराज हो गये हैं, 7 दलों के सत्ताधारी महागठबंधन के दो बड़े घटक जदयू और राजद के बीच कथित दरार के बाद सरकार में शामिल छोटे दलों ने सरकार के कामकाज को सुचारु रुप से चलाने के लिये समन्वय कमेटी के जल्द गठन की मांग की है।
2 महीने पहले ही एनडीए से अलग हुए हैं नीतीश
सीएम नीतीश कुमार दो महीने पहले ही बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हुए हैं, 7 दलों के इस महागठबंधन में हाल के समय में खींचतान देखने को मिल रहा है, राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा था कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अगले साल तक सीएम बन जाएंगे। इसके बाद सरकार को भ्रष्टाचार को लेकर घेरने वाले सुधाकर सिंह को भी प्रदेश के कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था, फिर छोटे दल इस मामले को निपटाने के लिये समन्वय कमेटी की मांग करने लगे।
महबूब आलम ने की तेजस्वी से मुलाकात
भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने बताया कि सुधाकर सिंह के इस्तीफे के तुरंत बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की, उनसे तत्काल समन्वय समिति बनाने का आग्रह किया, आलम ने दावा किया कि डिप्टी सीएम ने आश्वस्त किया, कि इसको लेकर एक समिति जल्द ही बनाई जाएगी, इस समन्वय समिति में प्रत्येक पार्टी से कम से कम 2 सदस्य होंगे, अन्य गठबंघन सहयोगियों के नेताओं को भी समिति के लिये अपने प्रतिनिधियों के नाम देने के लिये कहा जाएगा, कमेटी बनने से महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच गलतफहमी दूर होने की उम्मीद है, सरकार के लिये साझा कार्यक्रम बनाने में मदद मिलेगी।