सूर्य ग्रहण- बन रहा महाभारत काल जैसा अशुभ संयोग, किन राशियों पर क्या होगा असर?
इस बार 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण लग रहा है, शाम 4.42 से 5.22 बजे तक रहेगा, जिससे 12 घंटे पहले ग्रहण का सूतक काल शुरु हो जाएगा।
New Delhi, Oct 22 : एक पखवारे के भीतर दो ग्रहण का होना विश्व के लिये शुभ नहीं है, महाभारत काल में भी 15 दिन में 2 सूर्यग्रहण लगा था, उस महायुद्ध में लाखों लोग हताहत हुअ, ये बातें पंडित शिवपूजन चतुर्वेदी ने एक लीडिंग वेबसाइट से कही है, उन्होने बताया कि वर्तमान में भी विश्व में सर्वत्र तनाव है, दुनिया विश्वयुद्ध के कगार पर खड़ी है, मानवता के समक्ष घोर संकट है, विश्व में लोग अभाव, भुखमरी तथा गहन शारीरिक-मानसिक तनाव से त्रस्त हैं, कोई समाधान समझ नहीं आ रहा, ऐसी स्थिति में मानवीय ज्ञान के अन्यतम श्रोत वेदों की शरण में जाने के अलावा कोई मार्ग नहीं है, उन्होने कहा कि वेदों में महाविनाश और अनिष्ट टालने के लिये अचूक मंत्र तथा यज्ञों का विधान है, जिन्हें अपनाकर विश्व को बचाया जा सकता है।
काशी में सूर्यग्रहण काल- 25 अक्टूबर
स्पर्श- शाम 4.42 बजे
मध्य काल- शाम 5.02 बजे
मोक्ष काल- शाम 5.22 बजे
सूर्यास्त 5.37 बजे
सूर्यग्रहण सूर्यास्त से 15 मिनट पूर्व समाप्त हो जाएगा
सूर्यग्रहण की संपूर्ण अवधि 7 घंटा 5 मिनट है, लेकिन काशी में संपूर्ण सूर्यग्रहण 40 मिनट का है।
8 नवंबर को खग्रास चंद्रग्रहण दृश्य होगा।
इन राशियों पर असर
इस साल तुला राशि पर सूर्यग्रहण है, विभिन्न राशियों पर प्रभाव इस प्रकार होंगे।
मेष-स्त्री पीड़ा
वृषभ- सौख्य
मिथुन- चिंता
कर्क- व्यथा
सिंह- श्रीप्राप्ति
कन्या- क्षति
तुला- घात
वृश्चिक- हानि
धनु –लाभ
मकर- सुख
कुंभ- माननाश
मीन- मृत्युतुल्य कष्ट
कब लगेगा सूतक
इस बार 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण लग रहा है, शाम 4.42 से 5.22 बजे तक रहेगा, जिससे 12 घंटे पहले ग्रहण का सूतक काल शुरु हो जाएगा, यानी 24 अक्टूबर से ही सूर्यग्रहण शुरु हो जाएगा, सूतक काल में मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं।
(डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है, हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।)