
आफताब भी साथ आया था, श्रद्धा वालकर के डेंटिस्ट ने पुलिस को बताई नई बात

श्रद्धा केस की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये साबित करने की है, कि उसने आफताब की निशानदेही पर शव के जो हिस्से बरामद किये हैं, वो श्रद्धा के ही हैं।
New Delhi. Nov 25 : श्रद्धा वालकर केस में मुंबई के एक डेंटिस्ट की गवाही अहम साबित हो सकती है, इस डेंटिस्ट ने पिछले साल ही श्रद्धा का ट्रीटमेंट किया था, जी न्यूज से बात करते हुए इस डॉक्टर ने बताया कि श्रद्धा के साथ आफताब भी दो-तीन बार उनके पास आया था, पुलिस जांच के दौरान जो जबड़े मिले हैं, उनका मिलान डेंटिस्ट की रिपोर्ट से किया जा सकता है, ताकि आफताब के खिलाफ सबूतों पर प्रमाणिकता की मुहर लग सके।
पुलिस के लिये चुनौती
श्रद्धा केस की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये साबित करने की है, कि उसने आफताब की निशानदेही पर शव के जो हिस्से बरामद किये हैं, वो श्रद्धा के ही हैं, तभी इसे आफताब के खिलाफ ठोस सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने जंगल तथा तालाब से मिली हड्डियों के अलावा कपड़े और दूसरी चीजों को भी जांच के लिये सीएफएसएल भेजा है, साथ ही जबड़े की पहचान पुख्ता करने के लिये मुंबई के एक डेंटिस्ट को भी ढूंढ निकाला है, जिसने श्रद्धा के दांतों का इलाज किया था।
क्या कहा
दिल्ली तथा महाराष्ट्र पुलिस टीम के सामने डेंटिस्ट डॉ. इशान मोटा ने बताया कि श्रद्धा 2021 के अगस्त से सितंबर के बीच 7-8 बार उनके पास आई थी, इस दौरान रुट कैनाल ट्रीटमेंट के साथ ही उसका विजडम टूथ निकाला गया, जी न्यूज से बात करते हुए डॉक्टर ने कहा कि दो तीन बार आफताब भी श्रद्धा के साथ उनके क्लीनिक आया था, लेकिन आफताब से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई, मेडिकल ट्रीटमेंट का भुगतान श्रद्धा के क्रेडिट कार्ड से हुआ था, पुलिस को जांच के दौरान जो जबड़ा मिला है, उसका मिलान श्रद्धा की डेंटल एक्स-रे रिपोर्ट से किया जा सकता है, डॉक्टर ने जांच टीम से श्रद्धा के इलाज से जुड़े सारे दस्तावेज साझा किये हैं, जिससे जांच में मदद मिल सके।
आज हो सकता है पॉलीग्राफी टेस्ट
श्रद्धा की हत्या के आरोपित आफताब का पॉलीग्राफी टेस्ट शुक्रवार को हो सकता है, गुरुवार साढे 9 घंटे तक दिल्ली के एफएसएल में आफताब का पॉलीग्राफी टेस्ट हुआ, लेकिन ये पूरा नहीं हो सका, पॉलीग्राफी टेस्ट से पहले आफताब का साइकोलॉजी एनालाइसिस यानी मानसिक विश्लेषण किया गया, जिसके जरिये शातिर आफताब की ब्रेन मैपिंग की कोशिश की गई।