स्टूडेंट बनकर कॉलेज में घुसी, फिल्मी स्टाइल में 11 को धर दबोचा, इस महिला पुलिस की हो रही खूब चर्चा
शालिनी चौहान ने आरोपियों को पकड़ने के लिये खुद एक स्टूडेंट बनकर कॉलेज में घुस गई, फिर रैगिंग करने वाले लोगों को धर दबोचा।
New Delhi, Dec 15 : ऐसा कहा जाता है कि स्त्री कुछ भी कर सकती है, इस बात को एक महिला पुलिस कांस्टेबल ने सच साबित कर दिया है, इस कांस्टेबल ने 11 लोगों को धर दबोचा, जो मेडिकल कॉलेज में छात्रों के साथ रैगिंग कर रहे थे, स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार 24 वर्षीय महिला कांस्टेबल शालिनी चौहान इंदौर के एक कॉलेज में रैंगिग के मामले में नायक बन गई है।
खुद स्टूडेंट बन पहुंच गई
शालिनी चौहान ने आरोपियों को पकड़ने के लिये खुद एक स्टूडेंट बनकर कॉलेज में घुस गई, फिर रैगिंग करने वाले लोगों को धर दबोचा, रिपोर्ट के अनुसार वो रोजाना अपने कंधे पर बैकपैक लटकाये क्लास जाती थी, कैंम्पस में अपने दोस्तों के साथ घूमा करती थी, साथ ही कैफेटेरिया में खाना खाने भी जाती थी, इतना ही नहीं अन्य स्टूडेंट्स की तरह बंक भी मारा करती थी।
सच्चाई कुछ और
हालांकि स्टूडेंट बनकर कॉलेज पहुंची शालिनी चौहान की सच्चाई कुछ और ही थी, वो एक अंडरकवर एजेंट थी, जो कैंपस के भीतर रैगिंग करने वालों की तलाश कर रही थी, पुलिस के लिये एजेंट का काम करने वाली शालिनी को पहचान पाना आसान नहीं था, उन्होने फिल्मी स्टाइल में एक-दो नहीं बल्कि 11 आरोपियों को पकड़वाया, इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पुलिस ने रैगिंग के इस मामले का खुलासा किया है, कांस्टेबल शालिनी कॉलेज में 3 महीने तक छात्रा बनकर रही, फिर घटना में संलिप्त आरोपियों को पकड़ा।
कई और कर्मचारी भेष बदलकर आये
इंदौर के संयोगितागंज थाना क्षेत्र में शिकायत मिली थी कि कॉलेज में रैगिंग से छात्रों को परेशान किया जाता है, जिसके बाद पुलिस ने कुछ लोगों की टीम बनाई, कांस्टेबल शालिनी को छात्र के रुप में भेजा गया, जिसने जासूसी करके आरोपियों की पहचान की, उन्हें जेल भिजवाया, यही नहीं कॉलेज में कैंटीन कर्मचारी बनाकर दो पुलिस वाले को भेजा गया, एक अन्य महिला कांस्टेबल को नर्स बनाकर भेजा गया, सभी ने 11 आरोपियों की पहचान की, सभी ने नोटिस किया कि रैगिंग करने वाले लोग अपने जूनियर को परेशान करते थे, इतना ही नहीं वो छात्रों को अश्लील काम करने के लिये फोर्स करते थे।