पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने पार की सारी हदें, पीएम मोदी को लेकर बेहूदगी भरा टिप्पणी
संयुक्त राष्ट्र की बैठकों में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क पहुंचे बिलावल भुट्टो ने एस जयशंकर पर हमला बोलते हुए कहा मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले अमेरिका ने उनकी एंट्री पर बैन लगा दिया था।
New Delhi, Dec 17 : पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल जरदारी भुट्टो अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी बेशरमी की हदें पार कर गये, गुरुवार को न्यूयॉर्क में एक प्रेस कांफ्रेंस में बिलावल ने सारी हदें पार करते हुए कुछ ऐसा कहा, जिसके लिये उनकी थू थू हो रही है, दरअसल भारत के विदेश मंत्री ने 9/11 के मास्टरमाउंड ओसामा बिन लादेन को पनाह देने वाली टिप्पणी से पाकिस्तानी विदेश मंत्री बौखला गये, उन्होने पीएम मोदी पर निजी हमला बोलते हुए कहा मैं भारत को बताना चाहता हूं, कि ओसामा बिन लादेन तो मर चुका है, लेकिन गुजरात का कसाई अभी जिंदा है, और भारत का प्रधानमंत्री है।
क्या कहा
संयुक्त राष्ट्र की बैठकों में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क पहुंचे बिलावल भुट्टो ने एस जयशंकर पर हमला बोलते हुए कहा मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले अमेरिका ने उनकी एंट्री पर बैन लगा दिया था, पीएम मोदी तथा एस जयशंकर पर आरोप लगाते हुए बिलावल ने कहा कि दोनों भारत के नहीं आरएसएस के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री हैं।
भारत को हिटलर से प्रभावित बताया
न्यूयॉर्क में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बिलावल भुट्टो ने कहा भारत सरकार गांधी की विचारधारा में विश्वास करने के बजाय उनके कातिल के सिद्धांतों में विश्वास करती है, भारत सरकार हिटलर से प्रभावित है, पाकिस्तान में बढते आतंकवादी हमलों के लिये भारत को जिम्मेदार बताते हुए बिलावल ने कहा कि पाक में आतंकवाद को पड़ोसी देश से सपोर्ट मिल रहा है, बाहरी तत्व ब्लूचिस्तान में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
जयशंकर ने लगाई थी क्लास
पाकिस्तानी मंत्री का ये अभद्र बयान भारत के विदेश मंत्री की ओर से पाक को लगाई गई फटकार के जवाब में आया है, बुधवार को यूएनएससी में बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएन में कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिये पाक को फटकार लगाई थी, पाक को नसीहत देते हुए जयशंकर ने कहा कि जिस देश ने अलकायदा नेता ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकी को पनाह दी हो, अपने पड़ोसी देश की संसद पर हमला किया हो, उसे उपदेश नहीं देना चाहिये। जयशंकर ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता वर्तमान समय की प्रमुख चुनौतियों पर की गई प्रभावी प्रतिक्रिया पर निर्भर करती है, वो चुनौती महामारी, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद या कोई संघर्ष हो सकती है, ऐसे खतरों को आम चुनौतियों की तरह नहीं स्वीकार किया जाना चाहिये।
भुट्टो ने उठाया था कश्मीर मुद्दा
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि यूएनएससी मुख्य रुप से वैश्विक शांति तथा सुरक्षा बनाये रखने के लिये जिम्मेदार है, यूएनएससी में भारत को शामिल करने की मांग पर बिलावल ने कहा था कि इसमें नये सदस्यों को जोड़ने से सुरक्षा परिषद में यूएन के ज्यादातर सदस्य देशों की उपस्थित होने के अवसर कम मिलेंगे, इसलिये हमें सभी सदस्यों देशों की संप्रभुता को ध्यान में रखना चाहिये।