‘न्यू इंडिया के पिता हैं नरेन्द्र मोदी’, बीजेपी के दिग्गज नेता की पत्नी के बयान पर चढा सियासी पारा

अमृता फडण्वीस के इस बयान पर विपक्षी कांग्रेस के साथ-साथ महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने भी कड़ा ऐतराज जताया है, तुषार ने कहा कि मोदी को नये भारत का जनक घोषित करने के लिये अमृता और जिस आरएसएस की आज्ञा का पालन कर रही है।

New Delhi, Dec 22 : महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडण्वीस की पत्नी अमृता फडण्वीस ने पीएम मोदी को न्यू इंडिया का पिता करार देते हुए कहा कि देश में दो राष्ट्रपिता हैं, बैंकर तथा सिंगर अमृता ने एक मॉक कोर्ट इंटरव्यू में कहा हमारे पास दो राष्ट्रपिता हैं, नरेन्द्र मोदी न्यू इंडिया के पिता हैं, महात्मा गांधी पहले के समय के राष्ट्रपिता हैं।

Advertisement

बापू को प्रपौत्र ने जताया ऐतराज
अमृता फडण्वीस के इस बयान पर विपक्षी कांग्रेस के साथ-साथ महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने भी कड़ा ऐतराज जताया है, तुषार ने कहा कि मोदी को नये भारत का जनक घोषित करने के लिये अमृता और जिस आरएसएस की आज्ञा का पालन कर रही है, PM modi उसका स्वागत है, वैसे भी बापू आज के भारत से बहुत पहले ही विमुख हो गये होते, महाराष्ट्र विधानसभा को आधिकारिक तौर पर मोदी को मनुवादी हिंदू राष्ट्र भारत का जनक घोषित करने का प्रस्ताव पारित करना चाहिये।

Advertisement

कांग्रेस ने बोला हमला
कांग्रेस नेता तथा महाराष्ट्र की पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने बयान को लेकर अमृता फडण्वीस की आलोचना की, उन्होने कहा बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा पर चलने वाले लोग गांधी जी को बार-बार मारने की कोशिश करते रहते हैं, वो इस तरह की बातें करते रहते हैं, क्योंकि उनमें झूठ बोलकर और गांधी जी जैसे महान लोगों को बदनाम करके इतिहास बदलने की सनक सवार है।

Advertisement

क्या था बयान
अमृता फडण्वीस ने पिछले साल भी पीएम मोदी को राष्ट्रपिता कहा था, इसी को लेकर उनसे इंटरव्यू में सवाल पूछा गया कि मोदी जी राष्ट्रपिता हैं, तो महात्मा गांधी कौन हैं, जवाब में अमृता ने कहा महात्मा गांधी देश के राष्ट्रपिता हैं, मोदी न्यू इंडिया के राष्ट्रपिता हैं, उन्होने कहा कि हमारे पास दो राष्ट्रपिता हैं।

कोश्यारी के बयान पर भी बवाल
अमृता फडण्वीस की टिप्पणी ऐसे समय पर आई है, जब कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में टिप्पणी को लेकर विपक्ष की आलोचना का सामना करना पड़ा था, विपक्ष की आलोचना के बाद कोश्यारी ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेटर लिखकर अपना रुख साफ किया था, उन्होने कहा था कि वो ऐसी महान शख्सियत का अपमान करने के बारे में सोच भी नहीं सकते, शिवाजी महाराज के कथित अपमान को लेकर विपक्षी महाविकास आघाड़ी ने कोश्यारी का इस्तीफा मांगा था।