पेंशनधारियों के आ सकते हैं अच्छे दिन, इतना बढ सकता है पेंशन

ईपीएस-95 की शुरुआत 1995 में हुई थी, इसे ईपीएफओ संचालित करता है, इसके तहत 6 करोड़ से ज्यादा अंशधारक तथा 75 लाख पेंशनभोगी लाभार्थी हैं।

New Delhi, Dec 22 : ऐसे नौकरी वाले लोग जिनकी सैलरी से ईपीएफ कटता है, उनके लिये एक बड़ी खबर है, ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति ने न्यूनतम मासिक पेंशन को बढाने के लिये श्रम मंत्रालय को 15 दिन का समय दिया है, काफी दिनों से इसे बढाने की मांग चल रही थी, समिति ने न्यूनतम पेंशन को 1 हजार रुपये से बढाकर 7500 रुपये करने की मांग की है।

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आंदोलन की धमकी
समिति ने इस बारे में एक नोटिस जारी कर कहा है कि अगर ऐसा नहीं किया गया, epfo तो देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा, संघर्ष समिति ने केन्द्रीय श्रम मंत्री भूपेन्द्र यादव को इस संबंध में लेटर लिखकर कहा कि पेंशनर्स की पेंशन राशि बेहद कम है, साथ ही चिकित्सा सुविधाएं भी सीमित है, इस वजह से पेंशनर्स की मृत्यु दर बढ रही है।

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क्या है चेतावनी
लेटर में कहा गया है कि अगर पेंशन राशि में 15 दिनों के भीतर बढोतरी की घोषणा नहीं की गई, तो देश व्यापी आंदोलन होगा, जिसमें रेल तथा सड़क परिवहन को ठप किया जाएगा, इसके अलावा सामूहिक आमरण अनशन जैसे प्रदर्शन की भी चेतावनी दी गई है, epfo समिति वास्तविक वेतन पर पेंशन भुगतान तथा नियमित अंतराल पर महंगाई भत्ता भी घोषित करने की मांग की गई है, इसके लिये कमेटी ने उच्चतम न्यायालय के 4 अक्टूबर 2016, तथा 4 नवंबर 2022 के फैसलों का हवाला दिया है।

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क्या है ईपीएस-95
ईपीएस-95 की शुरुआत 1995 में हुई थी, इसे ईपीएफओ संचालित करता है, इसके तहत 6 करोड़ से ज्यादा अंशधारक तथा 75 लाख पेंशनभोगी लाभार्थी हैं, इस स्कीम के कई फायदे हैं, एक तो इसमें 1 हजार रुपये की न्यूनतम पेंशन निश्चित है, साथ ही अगर काम के दौरान खाताधारक की मौत होती है, तो उसके पति/पत्नी को ये पेंशन मिलेगी, अगर किसी पेंशनधारक की मौत हो जाती है, तो उसके जीवनसाथी को मूल पेंशन का 50 फीसदी मिलता रहेगा, इसके अलावा उनके बच्चे भी इसमें सुरक्षित रहते हैं, खाताधारक की मृत्यु के पश्चात जो पेंशन उनके जीवनसाथी को मिल रही है, उसका 25 फीसदी बच्चों को मिलेगा, ये सिर्फ 2 बच्चों तक ही सीमित है, हालांकि इस योजना में बच्चों को पेंशन 25 साल की उम्र तक ही मिलती है।