सुशांत केस सुलझ गया होता, हत्या के दावे पर बोले पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे
गुप्तेश्वर पांडे ने कहा महाराष्ट्र की सरकार ने उम्मीद बदल दी है, सच्चाई सामने आएगी, पूरी स्थिति की जांच के लिये एक एसआईटी का गठन किया गया था।
New Delhi, Dec 28 : बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मौत मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है, हाल ही में मुंबई के कूपर अस्पताल के एक पूर्व कर्मचारी ने इस मामले में चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा था कि ये हत्या थी, अब इस पर बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने प्रतिक्रिया दी है, उन्होने कहा कि महाराष्ट्र में तत्कालीन सरकार के समर्थन से इस मामले में सच सामने आ सकता है।
सरकार ने उम्मीद बदल दी
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक गुप्तेश्वर पांडे ने कहा महाराष्ट्र की सरकार ने उम्मीद बदल दी है, सच्चाई सामने आएगी, पूरी स्थिति की जांच के लिये एक एसआईटी का गठन किया गया था, आपको बता दें कि पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे जदयू में शामिल होने से पहले सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच टीम के प्रभारी थे।
सहयोग नहीं किया
गुप्तेश्वर पांडे ने आरोप लगाया कि जांच के दौरान मुंबई पुलिस ने बिहार से भेजे गये अधिकारियों की टीम को सहयोग नहीं किया था, उन्होने कहा कि बिहार से भेजे गये अधिकारियों की एक टीम के प्रति मुंबई पुलिस का व्यवहार अनैतिक था, तब मुझे लगा कि वो कुछ छिपा रहे हैं, एक आईपीएस अधिकारी को भी भेजा गया, जिसे नजरबंद कर दिया गया, मेरी टीम और मुझे जांच के लिये पर्याप्त समय नहीं मिला, अगर 15 दिन मिलते, तो मामला सुलझ जाता, मामले को उस तरह से हैंडल नहीं किया जाता, जिस तरह से किया जा रहा है।
फ्लैट में मिले थे मृत
आपको बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को बांद्रा में अपने फ्लैट में मृत पाये गये थे, वहीं कूपर अस्पताल के एक पूर्व कर्मचारी रुपकुमार शाह ने सुशांत मौत के मामले में हत्या होने का दावा किया था, रुपकुमार ने कहा था कि सुशांत सिंह राजपूत के बारे में अब वो इसलिये बोल रहे हैं, क्योंकि वो नवंबर में रिटायर हो चुके हैं, रुप कुमार ने दावा करते हुअ कहा था कि जब मैंने राजपूत के शरीर को देखा, तो फ्रैक्चर के निशान थे, कुछ दबाव के कारण उनकी गर्दन के चारों ओर कुछ निशान थे, गला घोंटने तथा फांसी के निशान अलग-अलग होते हैं, रुप कुमार कूपर अस्पताल में मुर्दाघर सहायक के रुप में काम करते थे, यहीं सुशांत के शव को पोस्टमॉर्टम के लिये ले जाया गया था।