26 किलो सोना, 330 किलो चांदी, साईं शिरडी मंदिर में श्रद्धालुओं ने दिल खोलकर दिया दान, गिनने में…

कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के हटने के बाद 2022 में साईं मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई, दिसंबर के तीसरे सप्ताह से प्रतिदिन 1 लाख से ज्यादा भक्त मंदिर आ रहे हैं।

New Delhi, Jan 06 : शिरडी के साईंबाबा मंदिर की दान पेटी खुलते ही लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई, ये पैसा इतना था कि गिनने के लिये दर्जनों लोगों का काम पर लगाना पड़ा, 2022 में भक्तों ने पूरी श्रद्धा से साईं के दरबार में चढावा चढाया है, इस साल श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट शिरडी को 400 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान मिला है, ये डोनेशन सोना-चांदी, नकदी, चेक, ऑनलाइन पेमेंट ऐप्प तथा डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से मिला है।

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भक्तों की संख्या बढी
कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के हटने के बाद 2022 में साईं मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई, दिसंबर के तीसरे सप्ताह से प्रतिदिन 1 लाख से ज्यादा भक्त मंदिर आ रहे हैं, 31 दिसंबर को मंदिर पूरी रात खुला रहा, क्योंकि दर्शन करने वालों की संख्या और बढ गई थी।

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इतना कैश
साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट के कार्यवाहक सीईओ राहुल जाधव ने कहा कि 166 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान मंदिर परिसर में रखी हुंडियों (दान पेटी) से नकदी मिला है, उन्होने बताया ट्रस्ट को डेबिट/क्रेडिट कार्ड, डिमांड ड्राप्ट, चेक तथा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से दान करने वाले भक्तों से 144 करोड़ रुपये से ज्यादा प्राप्त हुए।

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दान में 26 किलो सोना और 330 किलो चांदी
बड़ी संख्या में भक्तों ने मंदिर परिसर में स्थित ट्रस्ट के कैश काउंटर पर भी नकद राशि दान की है, कैश काउंटर पर दिये गये दान की कुल राशि 74 करोड़ रुपये से ज्यादा की है, जाधव के मुताबिक 2022 में साईंबाबा को 26 किलो से ज्यादा सोना मिला, जिसकी कीमत 12 करोड़ रुपये से ज्यादा थी, वहीं 330 किलो से ज्यादा चांदी मिला, जिसकी कीमत करीब 1.5 करोड़ रुपये थी। जाधव ने कहा ये दान एसएसएसटी के लोगों के उत्थान के लिये सामाजिक कार्यों को जारी रखने में सक्षम बनाएगा, ट्रस्ट दो अस्पताल चलाता है, जहां मरीजों को मुफ्त में इलाज तथा दवाइयां दी जाती है, इसके अलावा एक प्रसादालय चलाता है, जहां रोजाना 1 लाख से ज्यादा भक्तों को मुफ्त में भोजन दिया जाता है, उन्होने कहा ट्रस्ट बच्चों को पढाने के लिये मुफ्त शिक्षा भी प्रदान करता है, साथ ही सामाजिक जिम्मेदारी के हिस्से के रुप में क्षेत्र में सड़कों के निर्माण पर भी धन का इस्तेमाल करते हैं, एसएसएसटी ने प्रदेश सरकार को 51 करोड़ रुपये का डोनेशन दिया था।