33 दिनों तक सतर्क रहें इस राशि के लोग, जीवन में आएगा तूफान, नक्षत्र में शनि कर रहे भ्रमण

फरवरी में सूर्य के कुंभ में गोचर करने से सूर्य और शनि की युति होगी, दुश्मन ग्रहों के एक ही राशि में होना कई राशियों के जातकों के जीवन में मुश्किलें और उथल-पुथल पैदा करने वाले हैं।

New Delhi, Jan 28 : ज्योतिष के मुताबिक शनि 17 जनवरी 2023 को स्वराशि कुंभ में तीस सालों के बाद गोचर कर चुके हैं, गोचर के 13 दिन बाद 30 जनवरी को कुंभ राशि में ही अस्त होने जा रहे हैं, ज्योतिष के मुताबिक किसी भी ग्रह का अस्त होना अशुभ माना जाता है, ऐसे में जब भी कोई ग्रह अस्त होता है, तो सभी राशि के जातकों के जीवन में परेशानियां और समस्याएं बढने लगी है, खासतौर से जब कुंडली में ये ग्रह नीच और अशुभ फल देने लगता है।

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सावधान रहने की जरुरत
ज्योतिष के मुताबिक 30 जनवरी 2023 रात 12.02 मिनट पर कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे, पूरे 33 दिनों तक शनि अपनी राशि में अस्त रहेंगे, यानी 6 मार्च रात 11.36 बजे तक अस्त रहेंगे, shani2 ऐसे में कुछ राशि के जातकों को बेहद सावधान रहने की जरुरत है, जिन राशियों पर शनि की साढेसाती और ढैय्या चल रही है, उन्हें खासतौर से सावधान रहने की जरुरत है।

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किस नक्षत्र में भ्रमण कर रहे हैं शनि
ज्योतिष के अनुसार फिलहाल शनि का भ्रमण धनिष्ठा नक्षत्र में चल रहा है, ग्रहों के नक्षत्र बदलने का प्रभाव भी राशियों के जीवन पर साफ दिखता है, शनि भी अस्त होने के साथ-साथ नक्षत्र भ्रमण करेंगे,   और कुछ दिनों के बाद शनि शतभिषा में भ्रमण करने जा रहे हैं, आपको बता दें कि शतभिषा नक्षत्र राहु के प्रभाव वाला नक्षत्र माना जाता है, ऐसे में लोगों की समस्याएं और ज्यादा जटिल होने वाली है।

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सूर्य और शनि का गोचर
फरवरी में सूर्य के कुंभ में गोचर करने से सूर्य और शनि की युति होगी, दुश्मन ग्रहों के एक ही राशि में होना कई राशियों के जातकों के जीवन में मुश्किलें और उथल-पुथल पैदा करने वाले हैं, वहीं शनि भी इस दौरान अस्त हो जाएंगे, ऐसे में जातकों को बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है, माना जा रहा है कि शनि के उदय होने के साथ सूर्य और शनि की युति समाप्त होने पर राशियों के जीवन की परेशानियां खत्म होंगी, इसके साथ ही शतभिषा नक्षत्र से निकलने पर राशियों के जीवन में शुभ प्रभाव शुरु हो जाएगा। surya-shani (1) ज्योतिष के मुताबिक शनि देव को खुश करने के लिये कुछ उपायों के बारे में बताया गया है, इस दौरान ज्यादा से ज्यादा गरीबों और जरुरतमंदों की मदद करें, मान्यता है कि गरीबों को भोजन कराने से शनि देव खुश होते हैं, शनि की चीजों का दान भी इस अवधि में शुभ माना गया है, साथ ही सरसों के तेल में अपना चेहरा देखकर उसे दान करने से शनि देव के अशुभ प्रभाव कम कर सकते हैं, शनिवार के दिन पीपल पेड़ की पूजा करने तथा सरसों के तेल का दीया जलाने से लाभ होता है, इन सब उपायों को करने से शनि के बुरे प्रभावों को कम किया जा सकता है, शनि खुश होते हैं।

(डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है, हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।)

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