चौकीदार के बेटे को धोनी ने कैसे बनाया चैंपियन, दिलचस्प है कहानी
जडेजा ने काफी समय बाद आज नागपुर टेस्ट से वापसी की है, उन्होने अपनी दमदार गेंदबाजी से एक बार फिर से अपनी उपयोगिता साबित की है।
New Delhi, Feb 09 : महेन्द्र सिंह धोनी को क्यों सबसे खास कप्तान माना जाता है, सिर्फ इसलिये नहीं क्योंकि उन्होने भारत के लिये विश्वकप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे खिताब जीते हैं, या इसलिये कि उन्होने आईपीएल में चेन्नई को 4 बार चैंपियन बनाया है, बेशक ये भी वजहें हो सकती है, लेकिन इसके अलावा भी एक बात है, जो हर कप्तान में नहीं होती है, माही कई चैंपियन क्रिकेटर बनाने में सफल रहे, जिसमें एक नाम रविन्द्र जडेजा का भी है।
दमदार वापसी
जडेजा ने काफी समय बाद आज नागपुर टेस्ट से वापसी की है, उन्होने अपनी दमदार गेंदबाजी से एक बार फिर से अपनी उपयोगिता साबित की है, जड्डू की गिनती विश्व के शीर्ष ऑलराउंडर्स में होती है, हालांकि अगर बचपन में उनके पिता की चलती, तो वो कभी क्रिकेटर नहीं बन पाते, जामनगर के नवगाम घेड में जन्मे रविन्द्र जडेजा के पिता अनिरुद्ध जडेजा एक सिक्योरिटी एजेंसी में चौकीदार थे, वो अपने बेटे को सेना की वर्दी में देखना चाहते थे, बेटे के सिर पर हालांकि क्रिकेट का भूत सवार था, 2005 में मां के निधन के बाद जडेजा ने क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर लिया था, लेकिन मुश्किल समय में उनकी बड़ी बहन ने संभाला, घर और जडेजा दोनों को रास्ते पर लाने के लिये जिम्मेदारी संभाली।
अंडर-19 से पहचान
2008 के अंडर-19 विश्वकप में उन्हें शुरुआती पहचान मिली, जहां कप्तान विराट कोहली थे, तो रविन्द्र जडेजा उपकप्तान थे, सौराष्ट्र के इस बायें हाथ के स्पिन ऑलराउंडर ने जल्द ही घरेलू क्रिकेट में अपनी पहचान बना ली, रणजी ट्रॉफी में गेंद और बल्ले से तहलका मचाया, तो आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स ने खरीद लिया। इसके बाद 2009 में धोनी की कप्तानी में जड्डू ने इंटरनेशनल डेब्यू किया, इसके बाद वो कप्तान के खासमखास बन गये, 2012 में जब सीएसके ने आईपीएल नीलामी में जड्डू को खरीदा, यहां से उनका करियर और संवरने लगा, वो एक बेहतर गेंदबाज बनते गये, साथ ही बल्ले से भी उपयोगिता साबित करते रहे।
नंबर 1 ऑलराउंडर, बेस्ट फील्डर
पिछले तीन सालों में रविन्द्र जडेजा ने बल्ले से अपने प्रदर्शन में काफी सुधार किया है, 2021 में वो दुनिया के नंबर एक टेस्ट ऑलराउंडर बने, वहीं फील्डिंग में वो संभवतः दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी हैं, रविन्द्र जडेजा के पिता एक निजी कंपनी में गार्ड की नौकरी करते थे, लेकिन आज वो लैविश लाइफ जीते हैं, उनकी पत्नी बीजेपी से विधायक है।