असद को छुपाने के लिये अतीक अहमद ने मांगी थी अबू सलेम से मदद, दिल्ली के एक राजनेता का भी नाम
अतीक अहमद ने साबरमती जेल में बैठे-बैठे ही असद को लेकर तैयारी की थी, अतीक का भाई अशरफ जेल से ही शूटरों के संपर्क में था, उन्हें कहां जाना है, किसके यहां रुकना है, इसका निर्देश दे रहा था।
New Delhi, Apr 14 : उमेश पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपित अतीक अहमद के बेटे असद तथा शूट गुलाम मोहम्मद का यूपी एसटीएफ ने 13 अप्रैल को एनकाउंटर कर दिया, वहीं अतीक के वकील ने कहा कि नाना तथा मौसा के अलावा कुछ रिश्तेदार ही शुक्रवार को असद के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे, प्रयागराज में असद का जनाजा निकलेगा, लेकिन अतीक शामिल नहीं हो सकेगा, हालांकि अतीक ने असद को पनाह देने के लिये माफिया डॉन अबू सलेम के करीबियों के अलावा दिल्ली के एक बड़े राजनेता की मदद भी मांगी थी।
अबू सलेम के गुर्गो ने किया था इंतजाम
उमेश पाल केस के बाद असद अहमद तथा शूटर गुलाम को पनाह देने के लिये अतीक ने माफिया डॉन अबू सलेम के करीबियों के अलावा दिल्ली के एक बड़े राजनेता की मदद भी ली थी, अबू सलेम ने गुर्गों की मदद से असद के पुणे में रुकने का इंतजाम किया था, मायावती सरकार के दौरान जब अतीक पर पुलिस ने शिकंजा कसा था, तब भी उसे मुंबई में अबू सलेम के गुर्गों ने पनाह दी थी।
जेल से अशरफ दे रहा था इंस्ट्रक्शन
रिपोर्ट के अनुसार अतीक अहमद ने साबरमती जेल में बैठे-बैठे ही असद को लेकर तैयारी की थी, अतीक का भाई अशरफ जेल से ही शूटरों के संपर्क में था, उन्हें कहां जाना है, किसके यहां रुकना है, इसका निर्देश दे रहा था, रिपोर्ट के अनुसार उमेश पाल की हत्या करने के बाद असद और गुलाम प्रयागराज से कानपुर और फिर मेरठ होते हुए नोएडा पहुंचे, कुछ दिन नोएडा में रहने के बाद दोनों अपराधी राजधानी दिल्ली चले गये, वहां एक बड़े नेता ने दिल्ली के संगम विहार में रहने का इंतजाम कराया था।
अतीक को पुलिस कस्टडी से भगाने की योजना
असद तथा गुलाम दोनों 14 मार्च तक दिल्ली में रुकने के बाद अजमेर निकल गये, फिर अशरफ ने बरेली जेल से असद को नासिक जाने के लिये कहा, नासिक से असद और गुलाम पुणे पहुंचे, वहां अबु सलेम के करीबियों ने दोनों के रुकने का इंतजाम करवाया, दोनों को पैसों की जरुरत हुई, तो असद की मां शाइस्ता ने मेरठ में रहने वाले अखलाक को भेजा था, महाराष्ट्र पुलिस के असद तथा गुलाम की तलाश में जुटने के बाद दोनों वापस दिल्ली लौट गये, वहां से झांसी पहुंचे, असद तथा गुलाम यहां पारीछा बांध पर बने पावर प्लांट के पास गुड्डू मुस्लिम के करीबी के यहां रुके थे, गुड्डू फिलहाल फरार है, पुलिस ने उस पर ईनाम घोषित कर रखा है। सूत्रों के मुताबिक असद और गुलाम अतीक अहमद को पुलिस कस्टडी से भगाने के फिराक में थे, उनकी कोशिश थी कि जब अतीक को पुलिस झांसी से लेकर गुजरेगी, तो उसके काफिले पर हमला कर उसे छुड़ा लेंगे, उनके पास अत्याधुनिक हथियार भी थे, लेकिन उससे पहले वो अपने मंसूबों में कामयाब हो पाते, पुलिस ने उन्हें एनकाउंटर में मार दिया।