प्रियंका गांधी को अमेठी में नमाज पढते देखा, स्मृति ईरान के बयान से मची खलबली

स्मृति ईरानी ने कहा कांग्रेस पार्टी हिंदू विरोधी है, ये तो हम जानते थे, लेकिन मेनिफोस्टो में भी वो इसका प्रमाण देने लगी है, ये अब दिख रहा है, जो लोग बजरंग बली का नाम लेने से नाराज हो रहे हैं, सोचिये वो हिंदू धर्म की आस्था रखने वालों से कितना नाराज होते होंगे।

New Delhi, May 05 : कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिये कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल को प्रतिबंधित करने के वादे को लेकर सियासी बवाल हो रहा है, इस बीच केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के एक दावे से खलबली मच गई है, स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्होने खुद अमेठी में प्रियंक गांधी वाड्रा को नमाज पढते हुए देखा है, आप चाहें तो इस्लाम के जानकारों से पूछ लीजिए, जो नमाज पढते हैं, वो मूर्ति पूजा नहीं करते हैं, शायद इसलिये वो राम मंदिर का विरोध करते हैं, स्मृति ईरानी के इस बयान से उम्मीद की जा रही है कि बजरंग बली पर विवाद के बाद अब प्रियंका की नमाज पर नया विवाद खड़ा हो सकता है।

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स्मृति ईरानी का ब़ड़ा बयान
स्मृति ईरानी ने कहा कि पहले तो कांग्रेस ने तुलना की है, एक हिंदू संगठन की एक आतंकी संगठन से, पीएफआई वो संगठन है, जो देश को नेस्तनाबूद करने के लिये लोगों को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने का दुस्साहस कर रहा था, पीएफआई एक ऐसी संस्था है, जो आतंक के जरिये हिंदूओं के कत्ल-ए-आम की भी व्यवस्था कर रहा है, आप ऐसे आतंकी संगठन की तुलना ऐसे हिंदू समुदाय और हिंदू संगठन से करते हैं, जिन्होने जीवनभर समाज के संरक्षण का काम किया।

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कांग्रेस को बताया हिंदू विरोधी
स्मृति ईरानी ने कहा कांग्रेस पार्टी हिंदू विरोधी है, ये तो हम जानते थे, लेकिन मेनिफोस्टो में भी वो इसका प्रमाण देने लगी है, ये अब दिख रहा है, जो लोग बजरंग बली का नाम लेने से नाराज हो रहे हैं, Congress सोचिये वो हिंदू धर्म की आस्था रखने वालों से कितना नाराज होते होंगे, इसी का तो ये प्रमाण है, रामभक्तों के खिलाफ चुनाव आयोग में कांग्रेस पार्टी ही बोल सकती है, वरना ये तो आस्था का विषय है।

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गांधी परिवार पर निशाना
कांग्रेस के हनुमान मंदिर बनाने के दावे पर स्मृति ईरानी ने कहा, कि मैंने खुद कांग्रेस नेतृत्व को अमेठी में नमाज पढते हुए देखा है, जो लोग इस्लाम में विशेष रुचि या आस्था रखते हैं, वो मूर्तिपूजक नहीं ह सकते, शायद इसी वजह से गांधी खानदान राम मंदिर के विरोध में रहा।