ब्रेकअप के बाद मारपीट करता था अनुज, स्नेहा के ई-मेल से खुले कई राज

ब्रेकअप के बाद अनुज सिंह अपनी पूर्व प्रेमिका स्नेहा को धमकाता और मारपीट करता था, इस बात की शिकायत स्नेहा ने 2-3 बार यूनिवर्सिटी प्रशासन से की थी, एनबीटी की खबर के मुताबिक स्नेहा चौरसिया ने डीन ऑफ स्टूडेंट्स से ईमेल पर एक शिकायत भेजी, जो इसी साल 14 मार्च की थी।

New Delhi, May 23 : स्नेहा चौरसिया उर्फ नेहा कानपुर की रहने वाली थी, तो अनुज सिंह अमरोहा का, दोनों नोएडा के शिव नाडर यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र से बीए कर रहे थे, तृतीय वर्ष के स्टूडेंट थे, पढाई के दौरान दोनों के बीच दोस्ती हुई, जो प्यार में बदल गई। स्नेहा तथा अनुज को कॉलेज कैम्पस में भी साथ-साथ देखा जाता था, लेकिन आपसी झगड़े तथा शक की वजह से ये दोस्ती टूट गई, स्नेहा ने अनुज से ब्रेकअप कर लिया, हालांकि अनुज ब्रेकअप के लिये तैयार नहीं था, इस बात का खुलासा स्नेहा चौरसिया द्वारा डीन ऑफ स्टूडेंट्स से ई-मेल की गई शिकायत से हुआ है।

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धमकाता और मारपीट करता था
ब्रेकअप के बाद अनुज सिंह अपनी पूर्व प्रेमिका स्नेहा को धमकाता और मारपीट करता था, इस बात की शिकायत स्नेहा ने 2-3 बार यूनिवर्सिटी प्रशासन से की थी, एनबीटी की खबर के मुताबिक स्नेहा चौरसिया ने डीन ऑफ स्टूडेंट्स से ईमेल पर एक शिकायत भेजी, जो इसी साल 14 मार्च की थी। couple शिव नाडर यूनिवर्सिटी के अधिकारी देवदीप ने बताया कि स्नेहा द्वारा डीन ऑफ स्टूडेंट्स को किये गये ईमेल में लिखा था कि अनुज मेरे बैच का है, 2 साल से उससे दोस्ती थी, आपसी झगड़ों के कारण अनुज से दोस्ती तोड़ने का फैसला लिया था। हालांकि अनुज इसके लिये तैयार नहीं था, उसने 2 महीने में 4 बार मेरे साथ मारपीट की, इस वजह से उसके शरीर पर चोट के निशान भी आये, इतना ही नहीं एक बार गला दबाकर बेहोश भी कर दिया था।

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पैनिक अटैक आने लगे
इस वजह से स्नेहा को पैनिक अटैक आने लगे थे, मेल में स्नेहा ने बताया कि अनुज ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी, वो अपने रिश्ते को बारे में घर वालों को फोन पर बताने को भी कहा था, couple हालांकि उसने अपनी शिकायत में कहा था कि वो आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहती। सिर्फ ये सुनिश्चित करना चाहती है कि अनुज किसी भी तरह से मुझसे या मेरे परिवार से संपर्क में ना रहे, यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि स्नेहा की शिकायत पर कार्रवाई की गई थी, छात्र को व्हाट्सएप्प ग्रुप से हटा दिया गया था, साथ ही छात्रा से दूर रहने को कहा गया था।

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अपनी जान दे दी
हालांकि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्नेहा की उन शिकायतों को गंभीरता से लिया होता, dead body तो कैम्पस में हुई इस अप्रिया घटना को रोका जा सकता था, आपको बता दें कि अनुज से परेशान होकर स्नेहा ने अपनी जान दे दी, जबकि ये मामला खूब तूल पकड़ रहा है, मामले में जांच जारी है।