यूपी की इस सीट पर जदयू की नजर, 2 पूर्व पीएम रह चुके हैं सांसद, नीतीश कुमार लड़ सकते हैं चुनाव

फूलपुर लोकसभा सीट से देश के पूर्व पीएम पंडित नेहरु तथा वीपी सिंह चुनाव जीत चुके हैं, कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिये जदयू भी इस सीट पर नजरें गड़ाये हुए हैं।

New Delhi, May 31 : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार बेहद सक्रिय नजर आ रहे हैं, वो सभी सियासी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश कर रहे हैं, इस बीच नीतीश की पार्टी जदयू के नेता धनंजय सिंह ने कहा कि यूपी के पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि नीतीश कुमार फूलपुर लोकसभा सीट से  चुनाव लड़ें, उन्होने कहा कि जदयू सपा, बसपा तथा कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को लोकसभा चुनाव 2024 में एकजुट करने की कोशिश कर रही है, धनंजय सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि पार्टी चाहती है कि नीतीश यूपी से लोकसभा चुनाव लड़ें।

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पूर्व पीएम की सीट
फूलपुर लोकसभा सीट से देश के पूर्व पीएम पंडित नेहरु तथा वीपी सिंह चुनाव जीत चुके हैं, कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिये जदयू भी इस सीट पर नजरें गड़ाये हुए हैं, नीतीश कुर्मी जाति से ताल्लुक रखते हैं, Nitish Kumar इस सीट पर वर्तमान सांसद बीजेपी की केसरी देवी पटेल भी कुर्मी जाति से आती हैं, इस सीट पर करीब 3 लाख वोट कुर्मी जाति के बताये जाते हैं, इसके अलावा यहां दलित, मुस्लिम तथा यादव वोटरों की भी अच्छी संख्या है।

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विपक्ष एकजुट
विपक्षी एकता के सवाल पर धनंजय सिंह ने कहा कि हमें लगता है कि बीजेपी को सत्ता में लौटने से रोकने के लिये विपक्ष को एकजुट करना जरुरी है, अगर विपक्ष एकजुट हो जाएगा, तो ये चुनाव एनडीए बनाम यूपीए हो जाएगा, हमारे नेता प्रदेश में सपा, बसपा और कांग्रेस को साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं, रालोद पहले से ही सपा के साथ है, धनंजय सिंह से जब सवाल पूछा गया कि क्या बसपा को उनका ऑफर मंजूर होगा, तो उन्होने कहा हमें उम्मीद है। नीतीश ने हाल ही में अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात की थी, उनकी इस मुलाकात को सभी सियासी दलों को एक जगह लाने की कोशिश के रुप में देखा जा रहा है, नीतीश कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा राहुल गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं, जदयू सूत्रों का कहना है कि मायावती को साथ लाने के लिये बिहार के सीएम कांग्रेस पर भरोसा कर रहे हैं।

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2019 में बीजेपी की प्रचंड जीत
आपको बता दें कि यूपी में 80 सीट है, 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने सहयोगी अपना दल (एस) के साथ 64 सीटें जीती थी, जबकि बसपा और सपा गठबंधन को 15 सीटें मिली थी, कांग्रेस सिर्फ एक सीट जीत सकी, राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गये थे, धनंजय सिंह ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिये जमीन पर मजबूत होना बहुत जरुरी है, सपा ने 2022 विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है, उनवकी संख्या विधानसभा में बढी है, धनंजय ने दावा किया कि अगर विपक्ष मिलकर चुनाव लडता है, तो यूपी में 50 से ज्यादा सीटें जीती जा सकती है, नीतीश भी चाहते हैं कि पूरा यूपीए एक साथ बीजेपी का मुकाबला करें। उन्होने कहा तीन राज्य, यूपी, बिहार तथा झारखंड में 134 लोकसभा सीटें हैं, हमें 60 से 70 फीसदी सीटें मिलने का अनुमान है, यूपी में पार्टी जमीनी स्तर पर काम कर रही है, हमारी पार्टी यूपी में 6 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है, धनंजय से जब यूपी में सीट शेयरिंग को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होने कहा कि सीटों के बंटवारे की बातचीत अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन गठबंधन को अंतिम रुप देने के बाद कोई समस्या नहीं होगी, फिलहाल हम जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ, सुल्तानपुर, बस्ती और फूलपुर सीटों पर काम कर रहे हैं।