पूर्व केन्द्रीय मंत्री की बेटी बीजेपी महिला सांसद ने पहलवानों के समर्थन में उठाई आवाज, कही ऐसी बात
प्रीतम मुंडे बीजेपी की पहली सांसद हैं, जिन्होने खुलकर पहलवानों के समर्थन में बयान दिया है, उन्होने कहा कि महिला रेसलर्स की शिकायत पर तुरंत विचार होना चाहिये।
New Delhi, Jun 01 : विनेश फोगाट, साक्षी मलिक तथा बजरंग पूनिया समेत कुछ शीर्ष पहलवानों ने बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की है, इस मुद्दे पर पहलवानों को बीजेपी की महिला सांसद प्रीतम मुंडे का साथ मिला है, प्रीतम मुंडे बीजेपी के दिग्गज नेता तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. गोपीनाथ मुंडे की बेटी है, प्रीतम महाराष्ट्र के बीड से सांसद हैं, पहलवानों की मांग पर बोलते हुए उन्होने कहा कि किसी बी महिला द्वारा की गई शिकायत पर अधिकारियों को तुरंत संज्ञान लेना चाहिये, जब बात महिला पहलवानों की हो, तो कार्रवाई में बिल्कुल देर नहीं होनी चाहिये।
जब बात महिला पहलवानों की है तो
प्रीतम मुंडे बीजेपी की पहली सांसद हैं, जिन्होने खुलकर पहलवानों के समर्थन में बयान दिया है, उन्होने कहा कि महिला रेसलर्स की शिकायत पर तुरंत विचार होना चाहिये, साथ ही इस मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को गहन जांच की ओर अपने कदम बढाने चाहिये, उन्होने कहा कि जब भी कोई महिला इस तरह की गंभीर शिकायत करती है, तो उस मामले की जांच अच्छे से होनी चाहिये।
शिकायत को नजरअंदाज करना गलत
उन्होने बृजभूषण की गिरफ्तारी को लेकर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं इस बात को मानती हूं, कोई भी कार्रवाई जांच पूरी होने के बाद ही होनी चाहिये, लेकिन यहां इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिये, कि शिकायतों को नजरअंदाज नहीं किया जाए, अगर कुछ महिला पहलवान इतना गंभीर मुद्दा उठा रही है, तो इस पर त्वरित किया जाना चाहिये।
राज ठाकरे ने भी पीएम मोदी को लिखा खत
आपको बता दें कि साक्षी मलिक और विनेश फोगाट समेत कई महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाये हैं। पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया है, लेकिन पहलवान अब तक उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, कई विपक्षी पार्टियां अभी तक पहलवानों के समर्थन में आई है, मनसे प्रमुख ने भी केन्द्र सरकार पर इस मामले में कार्रवाई करने का आग्रह किया था, उन्होने पीएम मोदी को एक लेटर लिखकर ये मांग की थी, कि मामले में प्रधान सेवक के रुप में त्वरित कार्रवाई का आदेश दें।