मौत के 15 दिनों तक ‘गायब’ रहा कोरोना मरीज, बेटी के वीडियो वायरल होने के बाद सामने आई सच्चाई

अपने पिता के बारे में बताते हुए शिखा शिवांगी नाम की एक महिला का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें महिला ये बता रही है, कि उनके पिता जिनका नाम संतोष कुमार उम्र 64 साल है।

New Delhi, May 09 : मेडिकल कॉलेज के एक से बढकर एक किस्से हैं, ताजा किस्सा ये है कि यहां एक कोरोना मरीज का कोई पता नहीं चल पा रहा है, मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड से 64 वर्षीय मरीज से लापता होने से हड़कंप मचा हुआ है, इस मरीज की बेटी ने रोते हुए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि उनके पिता का पता लगाया जाए, इस मामले पर मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि जांच कमेटी बना दी गई है, अब पता चला है कि मरीज की 10 दिन पहले ही मौत हो गई थी, उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है, कमेटी की शुरुआती जांच में संतोष कुमार की 23 अप्रैल को मौत की पुष्टि हुई है, पुलिस भी अपने स्तर पर जांच कर रही है।

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वीडियो वायरल
अपने पिता के बारे में बताते हुए शिखा शिवांगी नाम की एक महिला का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें महिला ये बता रही है, कि उनके पिता जिनका नाम संतोष कुमार उम्र 64 साल है, उन्हें 21 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, 3 मई तक परिजनों को इस मरीज के बारे में मालूम होता रहा, महिला ने बताया कि 3 मई की सुबह उनके बारे में आखिरी अपडेट ये थी कि उनके पिता का ऑक्सीजन लेवल 77 है, लेकिन 3 मई की शाम से उनके पिता का कोई अपडेट नहीं मिला है, जब महिला अपने पापा के बारे में जानकारी लेने मेडिकल कॉलेज पहुंची, तो उन्हें हर वार्ड में घुमाया गया, लेकिन वो नहीं मिले, महिला से मेडिकल कॉलेज के लोगों ने कहा कि उनके मरीज के बारे में उन्हें कुछ नहीं मालूम, महिला को बताया गया कि हो सकता है कि आपका मरीज यहां से चला गया हो, अब इस महिला का कहना है कि अगर कोई पेशेंट आईसीयू में भर्ती है और वो अस्पताल छोड़कर चला गया, बेड खाली हो गया, तो क्या मेडिकल कॉलेज प्रशासन इसका पता करेगा, महिला बार-बार ये कहते हुए नजर आ रही हैं कि उनकी मां कैंसर पेशेंट है, वो लोग बहुत मुसीबत में हैं उनकी मदद कीजिए।

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प्रिंसिपल ने बनायी जांच कमेटी
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि शव का अंतिम संस्कार उसी दौरान संतोष के नाम से कर दिया गया है, इस संबंध में जांच कमेटी बना दी गई है, उन्होने कहा कि डॉक्टर एन तिवारी, एसआईसी डॉ. ज्ञानेश्वर प्रोफेसर, आर्थो डॉ. जायसवाल, प्रोफेसर एंड हेड पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट की कमेटी बना दी गई है, कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अगर किसी भी तरह की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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एक ही नाम से दो मरीज
प्रिंसिपल डॉ. ज्ञानेन्द्र कुमार ने बताया कि कोविड वार्ड में संतोष कपूर और संतोष कुमार नाम के दो मरीज भर्ती थे, संतोष कुमार की मौत 23 अप्रैल को हो गई, एक नाम के दो मरीज होने से स्टाफ को गलतफहमी हो गई, वो संतोष कपूर का हाल संतोष कुमार के परिजनों को देते रहे, जांच कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई की जाएगी।

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