क्रिकेट के जुनून में बेच दी पूरी जायदाद, देश छोड़ा, पहले ही टेस्ट में रचा इतिहास

पिछले साल नवंबर में कॉनवे को न्यूजीलैंड की ओर से टी-20 में डेब्यू करने का मौका मिला था, जिसके बाद इस खिलाड़ी ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।

New Delhi, Jun 04 : न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे ने अपने डेब्यू टेस्ट मुकाबले में रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी है, उन्होने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में दोहरा शतक लगाया, कॉनवे इंग्लैंड की जमीन पर डेब्यू टेस्ट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गये हैं, उन्होने लॉर्ड्स में अपने डेब्यू टेस्ट में सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का 25 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।

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दिल छू लेने वाली कहानी
न्यूजीलैंड के ओपनर की कहानी दिलचस्प है, दक्षिण अफ्रीकी टीम में मौका नहीं मिला, तो कॉनवे 2017 में न्यूजीलैंड आ गये, साउथ अफ्रीका छोड़ने से पहले बल्लेबाज ने अपनी सारी जायदाद और कार बेच दी, क्योंकि वो न्यूजीलैंड में नये सिरे से शुरुआत करना चाहते थे, आखिरकार उनकी कड़ी मेहनत और क्रिकेट के प्रति जूनून ने उन्हें मंजिल तक पहुंचा ही दिया।

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डेब्यू का मौका
पिछले साल नवंबर में कॉनवे को न्यूजीलैंड की ओर से टी-20 में डेब्यू करने का मौका मिला था, जिसके बाद इस खिलाड़ी ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा, कॉनवे को बुधवार को इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में अपना टेस्ट डेब्यू करने का भी मौका मिला, इस मौके को भुनाते हुए कॉनवे ने शानदार दोहरा शतक (200 रन) जड़ दिया।

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इस वजह से छोड़ा देश
ईएसपीएन क्रिकइंफो को दिये इंटरव्यू में कॉनवे ने कहा, मैं हमेशा घरेलू टीम से अंदर-बाहर होता रहता था, टीम में मेरा बल्लेबाजी क्रम तय नहीं था, मुझे अलग-अलग क्रमों पर बल्लेबाजी करनी पड़ती थी, टी-20 मैचों में मैं ओपनिंग करता था, वहीं वनडे मैचों में 5वें नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा था, 4 दिवसीय मैचों में मुझे टीम में तभी शामिल किया जाता था, जब कोई बाहर होता था, मैंने लगभग हर क्रम पर बल्लेबाजी की थी, कई बार नंबर सात पर भी, इतना ही नहीं, मुझसे गेंदबाजी भी नहीं करायी जाती थी, भविष्य को लेकर मेरी अनिश्चितता ने मुझे ये फैसला लेने पर मजबूर किया, इसके बाद मैंने देश से बाहर जाने का फैसला लिया।