मिलिए भारत के ‘करोड़पति नाई’ से, इनके गैराज में खड़ी हैं Rolls Royce समेत 400 लग्जरी गाड़ियां
कभी पेड़ के नीचे कुर्सी लगाकर बनाते थे दाढ़ी और बाल, आज रमेश बाबू के पास हैं करोड़ों की लग्जरी कार । हैरान मत होइए, देश के इस करोड़पति नाई के बारे में विस्तार से आगे जानिए ।
New Delhi, Aug 30: फ़ुटपाथ पर, पेड़ के नीचे कुर्सी लगाए आपने नाई भाईयों को तो देखा ही होगा । कड़ी मेहनत कर, अपनी रोजी रोटी कमाने वाले एक ऐसे ही शख्स की किस्मत पलटते देर नहीं लगी । लेकिन किस्मत का ये खेल उनकी मेहनत से साकार हुआ । हम बात कर रहे हैं भारत के करोड़पति नाई रमेश बाबू की । जिन्हें, अपने काम पर शर्म तो नहीं थी लेकिन यूं गरीबी में जीवन जीना मंजूर नहीं था । जी तोड़ मेहनत से उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी बदल डाली ।
‘करोड़पति नाई’ रमेश बाबू हैं मशहूर
रमेश बाबू के पिता पी. गोपाल बेंगलुरू में नाई का काम किया करते थे, जब वो सिर्फ़ 7 साल के थे तभी पिता का साया सिर से उठ गया । रमेश बाबू के साथ उनके दो भाई बहन भी थे और मां की जिम्मेदारी भी सिर पर थी, पिता ने विरासत में छोड़ी थी तो बस एक दुकान । बच्चों का पेट भरने के लिए रमेश बाबू की मां ने घरों में काम किया, महीने के 40 से 50 रुपये की कमाई में किसी तरह बच्चों का लालन-पालन किया । दुकान चलाना उनके बस का नहीं था तो उसे 5 रुपये प्रति दिन के किराये पर चढ़ा दिया । रमेश बाबू भी मां की काम में मदद करते, किसी तरह 10वीं पास कर ली ।
पिता की दुकान संभाली
10वीं पास करने के बाद रमेश बाबू ने पिता की दुकान खुद चलाने का निर्णय लिया । दुकान का नाम रखा “Inner Space” । उनकी मेहनत से कुछ ही दिनों में दुकान चल पड़ी, रमेश बाबू कुछ और भी करना चाहते थे । सैलून से कुछ पैसे बचाए और अपने एक रिश्तेदार की मदद से पहली मारूती वैन 1993 में खरीद ली । इसके बाद गाड़ी किराये पर देने का विचार आया और इस सोच ने उनकी किस्मत बदल दी । पहला कॉन्ट्रैक्ट Intel कंपनी से मिला, धीरे-धीरे कस्टमर बनने लगे तो ऑटोमोबाईल रेन्टल का आइडिया साकार होने लगा ।
2004 में की बिजनेज की शुरुआत
रमेश बाबू ने 2004 में लग्जरी कार रेन्टल और सेल्फ़-ड्राइव बिज़नेस शुरू किया, पहली बडी़ गाड़ी Mercedes E Class Luxury Sedan खरीदी, फिर तो उनके गैराज में गाडि़यों की संख्या बढ़ती गई । रमेश बाबू के पास Rolls Royce Sliver Ghost से लेकर Mercedes C, E और S Class मौजूद है । इसके साथ ही BMW 5, 6, 7 सीरीज़ समेत 400 कार, Mercedes वैन और Toyota मिनी बस भी हैं । 3 दशक से रमेश बाबू , रमेश टूर्स ऐंड ट्रैवल्स के मालिक हैं । 90 के दशक से वो महंगी गाड़ियां रेंट में दे रहे हैं और ये बिजनेस दिल्ली समेत चेन्नई, बेंगलुरू में सफ़लतापूर्वक चल रहा है । रमेश बाबू आज भी Bowring Institute स्थित अपने सैलून में 5 घंटे काम करते हैं ।