अयोध्या से शुरु होगी योगी आदित्यनाथ की ‘गर्जना’, कांपेगा विपक्ष
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या प्रेम एक बार फिर सामने आया है। 14 नवंबर को अयोध्या से उनकी गर्जना सुनाई देगी।
New Delhi Nov 11 : गुजरात में विधानसभा चुनाव का शोर है तो उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव का। दोनों ही चुनावों में राम का नाम जुड़ता हुआ नजर आ रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 14 नवंबर से इस चुनावी रण मे कूदने जा रहे हैं। योगी निकाय चुनाव के लिए अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत अयोध्या से ही करेंगे। हालांकि इससे पहले उन्होंने मुजफ्फरनगर से चुनावी बिगुल फूंकने का मन बनाया था। मुजफ्फरनगर में वो नौ नवंबर को पहली चुनावी रैली को संबोधित करने वाले थे। लेकिन, बाद में इस प्लान को बदल दिया गया। अब योगी आदित्यनाथ का जो नया प्लान सामने आया है वो अयोध्या का है। हाजिर है योगी ओर निकाय चुनाव दोनों के लिए ही ये प्लान काफी कारगर साबित हो सकता है। वो भी तब जब अभी गुरुवार को ही शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने योगी से मुलाकात कर ये कह दिया है कि मंदिर वहीं बनाएंगे।
हालांकि यूपी बीजेपी के नेताओं का कहना है कि अयोध्या का अपना ऐतिहासिक महत्व है। इसलिए योगी आदित्यनाथ के चुनाव प्रचार की शुरुआत यहां से कराई जा रही है। दरसअल, इस बार दिवाली के मौके पर योगी आदित्यनाथ ने सरयू नदी के किनारे भव्य कार्यक्रम का आयोजन कराया था। जैसी दिवाली इस बार अयोध्या में मनाई गई थी आज तक कभी भी ऐसा आयोजन नहीं किया गया था। भारतीय जनता पार्टी को लगता है कि निकाय चुनाव में इस आयोजन का अच्छा आधार मिल सकता है। वैसे भी जब से योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली है वो कई बार अयोध्या का दौरा कर चुके हैं। अयोध्या को लेकर यूपी सरकार ने कई योजनाएं भी तैयार की हैं। जिसमें सरयू नदी के किनारे दुनिया की सबसे बड़ी राम की प्रतिमा लगाने की योजना है। इसके अलावा यहां पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी यूपी सरकार लगातार प्रयासरत है।
इसके अलावा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मसला भी लगातार समझौते की ओर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। जिसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा। अयोध्या में योगी आदित्यनाथ की ओर से ही दोबारा रामलीला भी शुरु कराई गई है। एक तरह से देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी निकाय चुनाव में भी हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाना चाहती है। हालांकि दूसरे इलाकों में वो जातिगत समीकरण भी साधने की कोशिश कर रही है। शायद यही वजह है कि निकाय चुनाव में बीजपी ने कई मुस्लिम नेताओं को भी अपना उम्मीदवार बनाया है। यानी योगी आदित्यनाथ की ओर से इन चुनावों में सामंजस्य बिठाने की पूरी कोशिश है। जहां भारतीय जनता पार्टी का अयोध्या में पूरा फोकस हिंदुत्व पर होगा वहीं मुजफ्फरनगर और मेरठ जैसे इलाकों में पार्टी की रणनीति बदल जाएगी। हर जगह एक नया प्लान होगा। क्योंकि ये चुनाव बहुत ही छोटे स्तर पर होते हैं।
अयोध्या में 14 नवंबर को योगी आदित्यनाथ का चुनावी आगाज देखने वाला होगा। भारतीय जनता पार्टी ने अयोध्या में मेयर पद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का समर्थन पा चुके नेता ऋषिकेश उपाध्याय को अपना उम्मीदवार बनाया है। अयोध्या में योगी आदित्यनाथ की रैली में बीजेपी की सभी उम्मीदवार नजर आएंगे। जिसमें मेयर, परिषद चेयरपर्सन, पंचायत उम्मीदवार, सभासद और सदस्य भी शामिल होंगे। 14 नंबवर को ही योगी आदित्यनाथ अयोध्या के अलावा गोंडा और बहराइच में भी चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। 15 को कानपुर में रैली होगी। योगी आदित्यनाथ यूपी निकाय चुनाव में कुल 16 नगर पालिकाओं में पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। यूपी में निकाय चुनाव के लिए 22 नवंबर को मतदान होगा। जाहिर है इस चुनावों के नतीजे अपने साथ बहुत कुछ लेकर आएंगे।