डेब्यू से पहले ही ईशांत शर्मा को मिला था ‘धोखा’, लॉर्ड्स टेस्ट ने ऐसे बदल दी किस्मत

ईशांत शर्मा के करियर की शुरुआत कुछ ऐसी थी, कि 18 साल के उम्र में दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिये उन्हें चुना गया था, लेकिन वो नहीं जा सके।

New Delhi, Sep 02 : टीम इंडिया में अपनी एक खास जगह बनाने वाले तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा आज (2 सितंबर) अपना 31वां जन्मदिन मना रहे हैं, दिल्ली में पैदा हुए ईशांत फिलहाल वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अर्धशतक लगाने की वजह से चर्चा में हैं, लेकिन उनकी गिनती बेहतरीन गेंदबाजों में होती है, 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले ईशांत आज टीम का अहम हिस्सा हैं, लेकिन एक समय वो लगातार टीम से अंदर बाहर होते रहते थे।

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डेब्यू का मौका
ईशांत के करियर की शुरुआत कुछ ऐसी थी, कि 18 साल के उम्र में दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिये उन्हें चुना गया था, लेकिन वो नहीं जा सके, जबकि उनके जाने की पूरी तैयारियां हो चुकी थी, लेकिन आखिरी के पलों में उन्हें दौरे पर नहीं भेजने का फैसला लिया गया, इसके कुछ महीने बाद ही 2007 में उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू का मौका मिला। हालांकि वो बार-बार टीम से अंदर-बाहर होते रहे, 2014 में लॉर्ड्स टेस्ट ने ईशांत की किस्मत पलट दी।

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लॉर्ड्स ने पलटी किस्मत
बात साल 2014 की है, तब धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर थी, लॉर्ड्स टेस्ट में टीम इंडिया ने पहली पारी में 295 रन बनाये, जबाव में मेजबान अंग्रेजों ने 319 रन बना दिये, फिर दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 342 रन बनाये और अंग्रेजों को 319 का लक्ष्य दिया। इंग्लैंड टीम शानदार फॉर्म में थी, मुकाबले में अब गेंदबाजों को काम बचा था, तब ईशांत ने अपने टेस्ट करियर का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 74 रन देकर सात विकेट हासिल किये थे, जिससे टीम को 95 रन से जीत मिली । इस प्रदर्शन के लिये उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था।

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सीमित ओवरों से बाहर
टेस्ट क्रिकेट में ईशांत को नजरअंदाज करना चयनकर्ताओं के लिये मुश्किल हो गया था, हालांकि सीमित ओवरों में वो काफी लंबे समय से टीम से बाहर हैं, ईशांत ने पिछला वनडे 2016 के शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, वहीं अक्टूबर 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही पिछला टी-20 मैच खेला था।