शादी के 15 दिन बाद पति ने छोड़ा, हजार रु. की नौकरी कर खुद को संभाला और बन गई IAS अफसर
पति छोड़ कर चला जाए तो भी समाज के ताने औरत को ही मिलते हैं, बावजूद इसके मजबूत हौसले और पक्के इरादे से कोमल ने वो जंग जीत ली जिसे अच्छे – खासे हार जाते हैं ।
New Delhi, Jan 07: दूसरों के तानों से हारकर बैठ जाने वाले लोगों के आईएस कोमल गणात्रा प्रेरणा से कम नहीं हैं । जानें एक आम लड़की की अधिकारी बनने की कहानी । आईएस अधिकारी कोमल गणात्रा कुछ साल पहले दिशाहीन हो गईं थीं, शादी के सिर्फ 15 दिन ही बीते थे, कि पति छोड़ कर चले गए । दुनिया ने उनको ढांढस बांधने की जगह जमकर ताने सुनाए । कई मुश्किलों के बावजूद उन्होंने अपना सही रास्ता चुना, दुखों से पार पाकर अपने गम को ही ताकत बनाई और वो कर दिखाया जिसका पक्का इरादा किया था । गुजरात की कोमल गणात्रा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा में कामयाबी हासिल की, अपना और अपने परिवार का नाम ऊंचा किया ।
कम उम्र में शादी, 15 दिन बाद ही छूटा साथा
कोमल गणात्रा, मूलरूप से गुजरात के अमरेली जिले की रहने वाली हैं । कोमल का जन्म 1982 में हुआ था । पढ़ाई गुजराती मीडियम से हुई, गुजराती लिटरेचर में भी टॉपर रहीं । इसके बाद उन्होने 3 भाषाओं में अलग-अलग यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरी की । 26 साल की उम्र में उनकी शादी एनआरआई से कर दी गई । न्यूजीलैंड के रहने वाले शैलेष के साथ कोमल ने भविष्य के सपने देखने शुरू ही किए थे । पति के खातिर सरकारी नौकरी का मौका तक छोड़ दिया था । लेकिन शादी के 15 दिन बाद ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करके घर से निकाल दिया। पति न्यूजीलैंड चला गया । कोमल ने न्यूजीलैंड सरकार से खूब गुहार लगाई, लेकिन पति को तलाश नहीं पाई । इसके बाद वो अपने माता-पिता के घर लौट आईं । लोगों ने खूब ताने मारे, तंज कसे ।
गुजरात लोक सेवा आयोग की नौकरी छोड़ी
शादी के समय कोमल ने गुजरात लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर ली थी, उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था । लेकिल शैलेष उन्हें अपने साथ न्यूजीलैंड ले जाना चाहता था । इस वजह से कोमल ने गुजरात लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करने के बाद भी साक्षात्कार में हिस्सा नहीं लिया । पति के चले जाने के बाद कोमल ससुराल में तानों से परेशान होकर अपने घर लज्ञैट आईं । फिर से किताबों से दोस्ती की । एग्जाम्स की तैयारियां करने लगीं ।
माता-पिता का घर भी छोड़ा
कोमल गणात्रा एकाग्रता के लिए माता-पिता का घर छोड़कर एक ऐसे गांव में जाकर रहने लगी थीं, जहां न तो इंटरनेट था और न ही मैग्जीन । वो यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करती रहीं, और एक निजी स्कूल में पढ़ाने भी लगीं । कोमल तीन बार असफल हुईं, लेकिन उन्होने हार नहीं मानीं । यूपीएससी 2012 की परीक्षा में वो 591वीं रैंक लेकर आईं, आईआरएस बनने में सफल हुईं । कोमल अभी रक्षा मंत्रलालय नई दिल्ली में एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर की हैसियत से काम कर रही हैं। उन्होने दूसरी शादी भी की और वर्तमान में वो एक बच्ची की मां भी है ।