सत्‍ता के ‘बाहुबलि’ बने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 7 दशक में पहली बार हर जगह BJP का कब्‍जा

देश की सियासत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई इतिहास रच डाले हैं। 70 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब हर जगह BJP का कब्‍जा है। जरा देखिए।  

New Delhi Aug 06 : पिछले तीन साल में भारत की सियासत में बड़ा फेरबदल हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्‍ता के शहंशाह बन चुके हैं। देश की सियासत में आजादी के बाद 70 सालों का इतिहास बदल चुका है। इस वक्‍त सत्‍ता के हर केंद्र पर भारतीय जनता पार्टी का ही कब्‍जा है। शायद यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हैसियत और उनकी शख्सियत के परचम सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी लहरा रहे हैं। वो अजेय बन गए हैं। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में पिछले सत्‍तर सालों से देश की सियासत पर राज करने वाली कांग्रेस पार्टी का सूपड़ा भी लगातार साफ होता जा रहा है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ये पार्टी हर जगह से सिमटती जा रही है। राज्‍यसभा में भी अब बीजेपी का दबदबा है।

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देश में सत्‍ता के चार शीर्ष पद होते हैं। राष्‍ट्रपति का पद, उपराष्‍ट्रपति का पद, लोकसभा अध्‍यक्ष का पद और राज्‍यसभा के सभापति का पद। देश की आजादी के बाद ये पहला मौका है जब इन चारों ही महत्‍वपूर्ण पदों पर भारतीय जनता पार्टी का कब्‍जा है। रामनाथ कोविंद राष्‍ट्रपति बन चुके हैं। वेंकैया नायडू को उपराष्‍ट्रपति चुना जा चुका है। जबकि सुमित्रा महाजन पहले से ही लोकसभा का अध्‍यक्ष हैं और राज्‍यसभा के सभापति उपराष्‍ट्रपति ही होते हैं। ये बात तो शीर्ष पदों की हुई। जहां पर इस वक्‍त भारतीय जनता पार्टी अपना परचम लहरा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी कई राज्‍यों में पहले से ही बीजेपी की सरकार बना चुकी है। आधे हिंदुस्‍तान पर बीजेपी का कब्‍जा है।  

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भारतीय जनता पार्टी के शिखर  पुरुष बन गए हैं। हालांकि विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से भी चिढ़ता है। लेकिन, विपक्ष जितना उसने नफरत करता है जनता उतना ही उन पर फिदा है। उनके हर फैसले को हाथों-हाथ लिया जाता है। नोटबंदी को लेकर विपक्ष ने लाख ड्रामे किए। लेकिन, देश की जनता मोदी के साथ खड़ी रही। वो हिली तक नहीं। नहीं तो नोटबंदी देश में हिंसा, खूनखराबा और दंगे-फसाद की वजह बन सकता है। लेकिन, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। दरअसल, जनता भी चाहती है कि देश की राजनीति में बदलाव आए। स्‍वच्‍छ और साफ सुथरी राजनी‍ति हो। ऐसे में जब विपक्ष के ही दागी लोग ईमानदारी का ज्ञान देते हैं तो किसी को उन पर ना तो भरोसा होता है और ना वो उनकी सुनते हैं।  

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जहां सत्‍ता का बाहुबलि माना जाता है वहीं अमित शाह को जीत का बाजीगर बताया जा रहा है। जहां बीजेपी की सत्‍ता नहीं थी वहां पर भी उसने अपना परचम लहरा दिया। गोवा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर कर सामने आई थी लेकिन, सरकार बनाई बीजेपी ने। मणिपुर में भी कुछ ऐसा ही देखनेे को मिला। बिहार में भी बीजेपी गठबंधन की सरकार बन चुकी है। जम्‍मू-कश्‍मीर में आज तक कभी बीजेपी सत्‍ता में नहीं आई। लेकिन, अब यहां पर भी बीजेपी गठबंधन की सरकार है। ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ही कमाल है कि देश की सत्‍ता का इतिहास लगातार बदलता जा रहा है। इसलिए मोदी को सत्‍ता का शहंशाह और बाहुबलि कहा जाता है।