सदन ‘बंक’ करने वाले सांसदों की खैर नहीं, लोकसभा में मोदी तो राज्‍यसभा में अमित शाह की नजर

सदन की कार्यवाही से नदारद रहना कई सांसदों का शौक बनता जा रहा है। लेकिन, अब बीजेपी के सांसदों पर मोदी और अमित शाह की नजर रहेगी।   

New Delhi Aug 10 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने काम के प्रति बहुत ईमानदार हैं। वो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से भी इस बात की उम्‍मीद रखते हैं कि वो भी अपने-अपने काम के प्रति वफादारी दिखाएं। मोदी चाहते हैं कि उनकी टीम का हर सदस्‍य ईमानदार हो और काम के प्रति वफादार हो। ऐसे में अब संसद बंक करने वाले भारतीय जनता पार्टी के सांसदों की खैर नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन बंक करने वाले सांसदों को कई बार चेतावनी दे चुके हैं। लेकिन, अब सदन के भीतर नई व्‍यवस्‍था देखने को मिल सकती है। लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के सांसदों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर होगी तो राज्‍यसभा में अमित शाह की निगरानी रहेगी। ताकि सदन की बंकबाजी कम हो सके।

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अमित शाह नरेंद्र मोदी के सबसे खास हैं। इस जोड़ी ने पिछले तीन साल में बहुत कमाल दिखाया है। आगे भी कई कमाल की तैयारी है। इस वक्‍त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के सांसदों को टाइट करने में जुटे हुए हैं। अभी गुरुवार को ही उन्‍होंने एक बार फिर बीजेपी की संसदीय दल की मीटिंग की सांसदों की जमकर क्‍लास लगाई। संसदीय दल की इस मीटिंग में उन्‍होंने स्‍पष्‍ट तौर पर कहा कि अब अध्‍यक्ष जी (अमित शाह) राज्‍यसभा में आ गए हैं। आप सभी लोगों के मौज-मस्‍ती के दिन बंद हो जाएंगे। मोदी ने अहंकारी नेताओं को भी उन्‍हीं की भाषा में समझाया। मोदी का दो टूक कहना है कि आप लोग अपने आप को क्‍या समझते हो, आप लोग कुछ भी नहीं हैं, मैं भी कुछ नहीं हूं। जो भी है सब भारतीय जनता पार्टी है।

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मोदी के इस बयान को काफी गंभीरता से लेने की जरुरत है। दरअसल, यहां ये बात भी समझना चाहिए कि आखिर उन्‍हें अमित शाह के सामने अपने बाकी नेताओं से इस तरह की बात क्‍यों करनी पड़ी। मोदी जानते हैं कि अगर सांसद सदन में नहीं आएंगे तो वो जनता को क्‍या मुंह दिखाएंगे। इसके साथ ही अगर पार्टी के नेताओं और मंत्रियों के भीतर अहम आ गया तो यकीनन भारतीय जनता पार्टी की हालत भी कांग्रेस जैसी ही हो जाएगी। कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश अभी हाल ही कह चुके हैं कि कांग्रेस पार्टी की सल्‍तनत जा चुकी है फिर भी पार्टी के नेता खुद को सुल्‍तान समझते हैं। मोदी और अमित शाह नहीं चाहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सल्‍तनत जाए और कोई नेता खुद को सुल्‍तान समझे।

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यही वजह है सभी सांसदों को लगातार टाइट किया जा रहा है। मोदी व्हिप को लेकर भी बयान दे चुके हैं। उन्‍होंने सांसदों से सवाल किया कि भाई बार-बार व्हिप क्‍यों जारी करना पड़ता है। क्‍यों बार-बार आप लोगों को कहा जाए कि आप सदन में मौजूद रहिए। मोदी ने तो यहां तक कह डाला है कि जिसको जो करना है करे लेकिन, मैं 2019 में सबको देखूंगा, सबके काम को देखूंगा। सदन में अब बीजेपी के दो हेडमास्‍टर मौजूद रहेंगे। लोकसभा में नरेंद्र मोदी और राज्‍यसभा में अमित शाह। देखना होगा कि मोदी की ये क्‍लास क्‍या रंग लाती है। बीजेपी के सांसद अपने रवैए में सुधार लाते हैं फिर कार्रवाई का इंतजार करते हैं। इस वक्‍त संसद के दोनों ही सदनों में भारतीय जनता पार्टी का ही कब्‍जा है। लेकिन, बादशाहत बरकरार रखने के लिए बंकबाजी बंर करनी होगी।