राहुल गांधी के करीबी का बड़ा खुलासा, ‘कांग्रेस में सामंतवाद का कीड़ा’ !

राहुल गांधी के बेहद करीबी रहे आशीष कुलकर्णी इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने अब कांग्रेस पर सामंतवाद और वंशवाद का आरोप लगाया है।

New Delhi, Aug 19 : लग रहा है कि राहुल गांधी पर संकट के बादल खत्म होने का नाम नहीं ले रहे। दरअसल लंबे वक्त तक कांग्रेस के वॉर रूम में रणनीतिकार रहे आशीष कुलकर्णी ने इस्तीफा दे दिया है। आशीष वो चेहरा है, जो राहुल के बेहद करीबी भी माने जाते हैं। आखिरकार इस्तीफा देने के बाद आशीष ने कुछ बड़े खुलासे किए हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस में ‘भाई-भतीजावाद’ और ‘सामंतवाद’ का जबरदस्त बोलबाला है। इसके साथ ही आशीष ने कांग्रेस के बारे में एक और बड़ी बात कही है। उनका कहना है कि अपने पूरे राजनीतिक जीवन में उन्होंने ऐसे नेताओं के साथ काम किया है, जो अपने परिवार और दोस्तों को आगे बढ़ाने में जुटे रहे।

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यानी आशीष का साफ लफ्जों में कहना है कि देश का विकास कांग्रेस के लिए कोई मायने नहीं रखता ?आपको बता दें कि आशीष कुलकर्णी ने अपना इस्तीफा राहुल को ही सौंपा है। बकायदा उन्होंने तीन पेज का लंबा चौड़ा इस्तीफा सौंपा है। इस इस्तीफे में आशीष ने कांग्रेस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस की काम करने की संस्कृति पर भी उन्होंने निशाना साधा है। कांग्रेस हाईकमान और टॉप लीडरशिप से लेकर कई सीनियर नेताओं पर भी उन्होंने आरोप लगाए हैं। अब तक इन आरोपो को लेकर कांग्रेस की तरफ से किसी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, जो कि हैरान करती है।

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आशीष का कहना है कि 2014 से लेकर अब तक कांग्रेस अपनी हार की वजह नहीं समझ पाई है। इसके साथ ही आशीष ने चौंकाने वाली बात ये भी लिखी है कि पार्टी के सीनियर नेता ही राहुल की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा रहे हैं और उनके खिलाफ गुटबंदी कर रहे हैं। साल 2009 में आशीष कुलकर्णी कांग्रेस के वॉर रूम से जुड़े थे। आशीष का आरोप है कि कांग्रेस के भीतर परिवारवाद का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अमीर लोगों को तरजीह दी जाती है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस अब लेफ्ट की तरफ जा रही है। इसकी वजह भी उन्होंने बताई है। उनका कहना है कि बीते कुछ सालों से कांग्रेस कश्मीर के अलगाववादियों और जेएनयू के विरोधियों की तरफ सहानुभुति वाला खेल खेल रही है।

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उन्होंने बताया कि कई राज्यों में कांग्रेस की हार की वजह पार्टी में मौजूद कुप्रबंधन है। उन्होंने कहा कि हिमाचल और गुजरात के चुनावों में भी ऐसा ही देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी को लेकर भी जो भी अफवाह उड़ाई जा रही थी वो पार्टी के दिग्गज नेताओं की ही कारस्तानी थी। दरअसल हाली ही में कहा जा रहा था कि प्रियंका गांधी कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष बन सकती हैं। आशीष का आरेाप है कि कांग्रेस जमीनी हकीकत से कट चुकी है। इसके साथ ही ये पार्टी बदलते सियासी मिजाज के हिसाब से खुद को नहीं ढाल पा रही है। उन्होंने बताया कि पार्टी में कार्यकर्ता सबसे ज्यादा परेशान है। अब देखना है कि राहुल गांधी इस पर क्या जवाब देते हैं।