राम रहीम के भक्‍तों से सीधा सवाल, आपकी आंख खुली या अभी भी पड़ा है अंधभक्ति का परदा ?

डेरा सच्‍चा सौदा के प्रमुख राम रहीम का काला चिट्ठा परत-दर-परत खुलता जा रहा है। ऐसे में भक्‍तों से सीधा सवाल है कि उनकी आंखें खुली या नहीं ?

New Delhi Sep 09 : सोशल मीडिया पर अकसर बलात्‍कारी बाबा राम रहीम के भक्‍त टकरा जाते हैं। तथाकथित तीन-चार करोड़ भक्‍तों में अभी भी बाबा के भतेरे ऐसे भक्‍त हैं जिनकी आंखों पर राम रहीम की अंध भक्ति का परदा पड़ा हुआ है। उन्‍हें आज भी ये लगता है कि बाबा के खिलाफ जो भी हुआ या हो रहा है वो सब किसी की साजिश है। उन्‍हें किसी साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। दूसरी ओर बलात्‍कारी बाबा के अंधभक्‍तों से परे पुलिस अपने काम में जुटी हुई है। लगातार सिरसा में डेरा सच्‍चा सौदा के मुख्‍यालय पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हर तलाशी की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। ताकि भविष्‍य में कोई अंधभक्‍त ये ना कह सके कि यहां भी बाबा को फंसाया गया। लेकिन, बाबा के प्रति इतनी अंधभक्ति देश और समाज के लिए बहुत ही खतरे की बात है।

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राम रहीम के डेरे से सर्च ऑपरेशन में क्‍या कुछ नहीं मिल रहा है। लग्‍जरी सामान से लेकर यौन छुदा शांत करने के तमाम संसाधन मिल रहे हैं। सीक्रेट गुफा का वो रास्‍ता भी मिल चुका है जिसके जरिए बाबा अपने बेडरूम में साध्वियों को उनके हॉस्‍टल से सीधे अपने कमरे में बुलाता था और किसी को पता भी नहीं चलता था। डेरा सच्‍चा सौदा बाबा की अय्याशी का अड्डा बनकर सामने आया है। यहां लाशों का सौदा किया जाता था। एक-47 जैसे खतरनाक हथियार का बॉक्‍स मिला है। पटाखा बनाने की अवैध फैक्‍टरी पकड़ी गई है। जाहिर है पटाखों में इस्‍तेमाल होने वाले बारुद को कहीं भी यूज किया जाता रहा होगा। बिना रैपर वाली दवाएं मिली हैं। प्‍लॉस्टिक की करेंसी मिली है।

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बिना नंबर वाली लग्‍जरी गाडि़यां मिली हैं। कंप्‍यूटर की हार्ड डिस्‍क मिली है और ना जाने क्‍या-क्‍या मिलना अभी बाकी है। फिर भी डेरा प्रेमियों को राम रहीम में भगवान नजर आते हैं। जबकि इस स्‍वयंभू भगवान को सीबीआई की विशेष अदालत साध्वियों से बलात्‍कार के आरोप में बीस साल सलाखों के पीछे भेज चुकी है। इतना सबकुछ होने के बाद भी अगर लोग आज भी राम रहीम के अनुयायी हैं और आगे भी बने रहना चाहते हैं तो सोचना होगा, विचार करना होगा कि देश और समाज किस दिशा की ओर जा रहा है। ऐसे भक्‍तों को काउंसलिंग करानी होगी। नहीं तो ये बलात्‍कारी बाबा की अंधभक्ति में चूर मानव बम की तरह किसी को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। पंचकुला में जो कुछ हुआ वो अंधभक्ति का ही नजीता था।   

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छोटी सी बात है जो बाबा के अंध भक्‍तों को समझनी होगी। उन्‍हें इस हकीकत को स्‍वीकार करना होगा कि राम रहीम ने ना सिर्फ साध्वियों की इज्‍जत लूटी है बल्कि लाखों अनुयायियों के विश्‍वास को भी लूटा है। खुद को भगवान कहने वाले डेरा प्रमुख में अगर तनिक भी दैवीय शक्ति होती तो वो एक जादूगर की तरह जेल से बाहर आ चुका होता। लेकिन, ये सारी बातें फिल्‍मों में ही अच्‍छी लगती है। हकीकत ये है कि राम रहीम ने लाखों भक्‍तों को एक माहिर जादूगर की तरह उनकी नजरों के सामने उनकी आंख में धूल झोंकी है और भक्‍तों को लगा कि बाबा तूफान ले आए हैं। भक्‍तों की आस्था और उनकी श्रद्धा को ठगने वाला बाबा आज खुद कानून के तूफान से जूझ रहा है। खोलिए अपनी आंखें और स्‍वीकार कीजिए इस सच को बाबा फर्जी था, ठोंगी था, बलात्‍कारी था।