राम-रहीम एक नंबर का दंगाई, हनीप्रीत से करवाया हनीट्रैप, ऐसे फैलाया दंगा !

राम-रहीम को लेकर एक और बात निकलकर सामने आ रही है। आपको हैरानी होगी कि किस तरह से ये ढोंगी दंगे फैलाने लिए साजिश रच चुका था।

New Delhi, Sep 16 : राम-रहीम यानी वो ढोंगी जिसने आस्था को ढाल बनाकर ना जाने कितने ही गंदे खेलों को अंजाम दिया। यौन शोषण, बलात्कार, हत्या, ह्यूमन ट्रैफिकिंग और ना जाने क्या क्या करवाता था ये बाबा। इस बीच एक और खबर निकलकर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इस बाबा ने ही पंचकुला में दंगे भड़काने के लिए एक खास मीटिंग की थी। इस मीटिंग में ही प्लान किया गया था कि आखिर किस तरह से पंचकुला और देश के बाकी शहरों में हिंसा भड़काई जाएगी। इसके लिए बकायदा तीन राउंड की मीटिंग हुई थी। पहली मीटिंग में राम रहीम की मुलाकात 11 खास लोगों से हुई थी। ये मीटिंग हनीप्रीत ने करवाई थी।

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इसके बाद दूसरी मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में इन 11 लोगों ने 11 और लोगों को ये फरमान सुनाया था कि दंगे किस तरह से भड़काए जाएंगे। इसके बाद सभी ने मिलकर राम रहीम के समर्थकों से ये बात बताई थी। पुलिस को ये बातें 5 डेरा समर्थकों ने बताई हैं। गिरफ्तार हुई ये पांचों लोग उन लोगों में शामिल थे, जिन्हें दंगे भड़काने की जिम्मेदारी दी गई थी। मीटिंग में कई तरह की बातें होती थी। एक रिपोर्ट कहती है कि इस मीटिंग में भरोसेमंद लोगों को लाने का जिम्मा हनीप्रीत के पास होता था। हनीप्रीत इन लोगों को मीटिंग तक खींचने के लिए उनके साथ हमबिस्तर भी हो जाती थी। जो लोग इसके बाद भी मीटिंग में नहीं आते थे, उनकी हत्या कर दी जाती थी।

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इसके बाद इन लाशों को या तो दफना दिया जाता था, या फिर इन लाशों को देश के कई मेडिकल कलेजों में सप्लाई किया जाता था। इसके लिए भी एक खास तरह का रैकेट बनाया गया था। इसके अलावा भी डेरा में सैकड़ों हत्याएं हुई हैं। आपको याद होगा कि पुलिस ने हाल ही में एक गुफा का भी पता लगाया है, जिसमें बिना अंगो के लाशें मिल सकती हैं। इसके अलावा दंगा भड़काने के लिए कई मोबाइल सिम का इस्तेमाल किया जाता था। हनीप्रीत ने कई सिम कार्ड लोगों में बांटे हुए थे। डेरा समर्थक सुरेंद्र धीमान का कहना है कि जैसे ही दंगा भड़काने की बात हुई, तो उनका फोन ऑन था।

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इसके बाद अलग अलग सिम इस्तेमाल कर लोगों को फोन किया गया और सिम कार्ड को इसके बाद नष्ट कर दिया गया। ये तमाम कॉल पुलिस की सर्विलांस टीम के स्कैनर में आए, जिसके बाद ही इसका पता चल सका है। इसके साथ ही राजस्थान पुलिस के कमांडो ओम बुडानिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ओम बुडानिया पिछले 12 साल से राम-रहीम का गनमैन था। अदालत ने ओम बुडानिया को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। इसके साथ ही पुलिस की सर्विलांस टीम ने 20 मोबाइल फोन नंबर को अंडर स्कैनर रखा है। बताया जा रहा है कि ये नंबर बार-बार बंद होते हैं और उसके बाद इंटरनेट कॉलिंग की जा रही है। कई बार नंबरों को बदलने का भी खेल चल रहा है।