काले कपड़ों से मनोहर लाल खट्टर डरते हैं ? तभी तो महिलाओं से ऐसा काम करवाया !
एक बड़ा सवाल ये है कि क्या हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के दिमाग में काले कपड़ों का डर घर कर गया है। जरा जानिए कि आखिर ऐसा क्या हो गया
New Delhi, Oct 08 : हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को आखिर क्या हो गया है कि, उन्हें काले कपड़ों से डर लग रहा है। मतलब आप सोच भी नहीं सकते हैं कि हाल ही में क्या हुआ है। दरअसल भिवानी में एक कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में शामिल होने आई महिलाओं से चुनरी अतरवाई गई। प्रशासन द्वारा ये फरमान सुनाया गया। ये ऐसा शर्मनाक वाकया था, जिससे महिलाओं को गुजरना पड़ा। भिवानी में हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह का मौका था। इसकी तैयारियां पूरी जोरों पर थी। खुद सूएम को भी इस कार्यक्रम में शामिल होना था। हरियाणा के पंचायती राज मंत्री ओपी धनकड़ द्वारा हरियाणा की स्वयं सहायता समूह की कई महिलाओं को समारोह में आमंत्रित किया गया था।
इसी के तहत भीम स्टेडियम में बड़ी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया। अब जरा खास बात भी जान लीजिए। इस कार्यक्रम में शामिल होने आई कुछ महिलाओं ने काले कपड़े भी पहने थे। काले कपड़े पहनी इन महिलाओं को पंडाल में नहीं घुसने दिया गया। इस वजह से कई महिलाएं इस प्रोग्राम में शामिल नहीं हो पाई। हद तो तब हुई, जब कई महिलाओं की वो चनरी भी गायब होगई, जिसे पिलुस ने उतरवाया था। महिलाओं को बिन चुनरी के ही घर वापस लौटना पड़ा। महिलाओं के साथ ऐसा शर्मनाक वाकया क्यों हुआ ? इसका जवाब भी खुद हरियाणा के सीएम के पास ही होगा। दरअसल लगातार बढ़ता विरोध उनके लिए नई परेशानी की वजह बनता जा रहा है।
बढ़ता गुंडाराज, बढ़ती रेप की घटनाएं, बढ़ती चोरी की वारदातें और महिलाओं की लुटती अस्मत, शायद ये ही अब हरियाणा की कहानी रह गई है। सीएम मनोहर को डर सता रहा है कि कहीं किसी प्रोग्राम में उनका विरोध अब जनाक्रोश में ना बदल जाए। नेता विपक्ष अभय चौटाला का कहना है कि सीएम खट्टर को हर हाल में इस वाकये पर जवाब देना होगा। उनका कहना है कि सीएम खट्टर को शायद इस बात का अहसास नहीं है कि महिलाओं का सम्मान कैसे किया जाता है। उनका कहना है कि चुनरी और दुपट्टा महिलाओं की इज्जत होती है और इसे उतरवाकर हरियाणा सरकार द्वारा महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ किया गया है।
इसके साथ ही माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में हरियाणा की सियासत में ये मामला और भी ज्यादा गरमा सकता है। चौटाला ने बकायदा इस बारे में सरकार को चेतावनी दी है। उनका कहना है कि विधानसभा में विपक्ष द्वारा सरकार से जवाब मांगा जाएगा कि आखिर ये कदम क्यों उठाया गया और क्यों महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ किया गया। चौटाला का कहना है कि हरियाणा में कोई भी ऐसा वर्ग नहीं छोड़ा गया जिसे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा अपमानित ना किया गया हो और ऐसे लोगों को सत्ता से बाहर होने में ज्यादा वक्त नहीं लगता। देखना है कि आगे क्या होता है।