गुजरात में ‘महागठबंधन’ से मोदी को मात देंगे राहुल गांधी ?

इन दिनों कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी का पूरा फोकस गुजरात विधानसभा पर ही है। लेकिन, कांग्रेस को पता है कि यहां मोदी का मुकाबला कर पाना मुश्किल है।

New Delhi Oct 19 : बेशक अभी गुजरात विधानसभा चुनाव का एलान ना हुआ लेकिन, हर किसी को पता है कि इस साल के अंत तक गुजरात में विधानसभा के चुनाव हो जाएंगे। सभी दलों ने अभी से गुजरात के लिए अपनी-अपनी ताकत झोंकनी शुरु कर दी है। जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे बढ़ गई हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी भी इन चुनाव में जी जान से जुटे हुए हैं। बीजेपी गुजरात में विकास के नाम पर वोट मांग रही है तो राहुल गांधी विकास पागल हो गया है का नारा देकर वोटरों को लुभा रहे हैं। लेकिन, कांग्रेस पार्टी को ये बात भलीभांति पता है कि वो किसी भी कीमत पर अकेले अपने दम पर गुजरात में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला नहीं कर सकती है।

Advertisement

ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी बिहार की तर्ज पर गुजरात में भी महागठबंधन की कोशिश कर सकते हैं। बीजेपी विरोधी पाटियों को एकजुट कर चुनाव लड़ा जा सकता है। कांग्रेस इस वक्‍त गुजरात में कई क्षेत्रीय पार्टियों के नेतृत्‍व से संपर्क में है। अगर गुजरात में महागठबंधन की कोशिश परवान चढ़ती है तो इसमें हार्दिक पटेल के अलावा दूसरे युवा नेता जिग्‍नेश मेवानी और अल्‍पेश  ठाकोर भी कांग्रेस अपने पाले में मिला सकती है। इसके अलावा कांग्रेस को जनता दल यूनाइटेड का भी साथ मिलेगा। गुजरात में जेडीयू का वासव गुट इस महागठबंधन में शामिल हो सकता है। यानी शरद यादव का गुट यहां पर राहुल गांधी की मदद कर सकता है। बातचीत का दौर लगातार जारी है।

Advertisement

दरसअल, कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी को लग रहा है कि इस बार गुजरात की राजनैतिक हवा पलट सकती है और वो बीजेपी के खिलाफ जा सकती है। जिसका वक्‍त रहते फायदा उठाया जा सकता है। 15 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है कि जब गुजरात के विधानसभा चुनाव में बिना नरेंद्र मोदी और अमित शाह के होंगे। यहां इनके ना होने से मतलब ये है कि दोनों ही नेता गुजरात से बाहर निकलकर केंद्र की राजनीति में आ चुके हैं। राहुल गांधी को लगता है कि गुजरात में इस वक्‍त एंटी इनकमबैंसी हैं, पाटीदार और दलित समाज के लोग बीजेपी से नाराज हैं। लिहाजा इसका फायदा उठाना चाहिए। लेकिन, इन सब के बाद भी कांग्रेस अकेले अपने दम पर बीजेपी का सामना नहीं कर पाएगी। उसे आगे बढ़ने के लिए राजनैतिक बैसाखी की जरूरत जरूर पड़ेगी।

Advertisement

विपक्ष एकजुटता दिखाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को यहां पर कमजोर करने की कोशिश में जुटा है। लेकिन, गुजरात में राहुल गांधी के महागठबंधन की कोशिशें परवान चढ़ेगी या नहीं इस वक्‍त ये कह पाना बेहद मुश्किल है। हार्दिक पटेल काफी महात्‍वाकांक्षी हैं। उनका जितना झुकाव कांग्रेस पार्टी की ओर है उतना ही झुकाव आम आदमी पार्टी की ओर भी है। गुजरात में अगर महागठबंधन होता है तो आम आदमी पार्टी इससे बाहर रह सकती है। क्‍योंकि केजरीवाल को पता है कि गुजरात का ये महागठबंधन उन्‍हें दिल्‍ली में भारी पड़ सकता है। हार्दिक पटेल के अलावा दो और युवा नेता अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी भी इतनी आसानी से पट जाएंगे कह पाना मुश्किल है। फिर भी महागठबंधन की कोशिशें जारी हैं। देखिए राहुल गांधी के अगले गुजरात दौरे में क्‍या होता है ?