बंद होने वाला है सुनंदा पुष्कर मर्डर केस, अबूझ पहेली बन रह जाएगी ये मिस्ट्री

सुनंदा पुष्कर को किसने मारा, या फिर वो कैसे मरी, इन सवालों का जवाब अब शायद ही कभी मिल पाए, सूत्रों के मुताबिक ये केस जल्द ही बंद हने वाला है।

New Delhi, Oct 24:  आने वाले समय में जब देश में सबसे चर्चित मर्डर केस के बारे में सवाल किया जाएगा तो कुछ केस ऐसे होंगे जो लोगों के जेहन में फौरन आ जाएंगे, जैसे आरुषि मर्डर केस, सुनंदा पुष्कर मर्डर केस। कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा की मौत का रहस्य आज तक अनसुलझा है। दिल्ली के एक होटल में सुनंदा की लाश मिली थी। उसके बाद ये केस पॉलिटिकल रस्साकशी का जरिया बन कर रह गया। सुनंदा की हत्या किसने की, उसे कौन सा जहरीला पदार्थ दिया गया था। उस समय होटल मं कौन कौन था। तमाम सवाल आज भी जवाब का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में अब ये खबर आ रही है कि ये केस हमेशा के लिए बंद होने वाला है।

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सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस जल्दी ही इस केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने वाली है। कलोजर रिपोर्ट का मतलब होता है कि पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर ली है, और उसने ये नतीजा निकाला है। दिल्ली पुलिस जो रिपोर्ट जखिल करने वली है, उसे फाइनल रिपोर्ट बताया जा रहा है। जाहिर है कि ये शशि थरूर के लिए राहत की बात होगी। जो इस केस में जाने अंजाने हमलों का केंद्र बनते रहे हैं। खास तौर पर बीजेपी सांसद सुब्रमण्य़म स्वामी ने तो थरूर पर तीखा हमला किया था। अब जबकि सूत्रों के हवाले से ये कहा जा रहा है कि सुनंदा पुष्कर केस बंद होने वला है तो थरुर से ज्यादा राहत कौन महसूस करेगा।

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अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने के बाद पुलिस और केस की जांच के लिए बनी एसआईटी कोर्ट के निर्देश का इंतजर करेंगे। वहीं इस मामले में ये भी कहा जा रहा है कि सुनंदा की मौत सिगरेट में जहर देने से नहीं हुई थी। सीबीआई की सीएफएसएल की रिपोर्ट पर गौर करने तो यही पता चलता है। सीबीआई ने एम्स के डॉक्टरों के साथ होटल लीलावती के कमरा रूम 345 से सिगरेट, पानी की बोतल और दीवार पर लगे कथित खून के धब्बे उठाए थे। इनकी जांच को लेकर भी सवाल उठाए गए थे। कहा गया था कि पुलिस जांच में जानबूझ कर देरी कर रही है। वहीं ये भी कहा गया कि इस मामले में पुलिस पर दबाव डाला जा रहा है।

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सीबीआई की जांच में ये सामने आया है कि सिगरेट में कोई भी खतरनाक पदार्थ नहीं मिला है. पानी में भी जहर नहीं था. दीवार पर लगे जो धब्बे लगे थे वो भी खून के नहीं पाए गए हैं. लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर सुनंदा के शरीर में जहर गया कैसे। ये सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है क्योंकि सुनंदा की मौत के बाद जो पोस्टमॉर्टम हुआ था उसके मुताबिक सुनंदा की मौत जहर देने से हुई थी. अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने भी अपनी रिपोर्ट में सुनंदा की मौत जहर से होने की पुष्टि की थी। कुल मिलाकर सुनंदा को किसने मारा ये शायद ही अब कभी पता चल पाए। 2014 से अब तक इस मामले मं जो कुछ हुआ है वो जांच प्रक्रिया की कमियों की तरफ इशारा कर रहा है।