मायावती ने दी बहुत बड़ी धमकी, सियासी कद ऊंचा करने की कोशिश

मायावती ने इस बार बड़ी धमकी दी है, लेकिन सवाल ये है कि उनकी इस धमकी से किसे फर्क पड़ता है, और जो वो कह रही हैं वो करने से क्या होगा।

New Delhi, Oct 25: य़ूपी की राजनीति मं नेपथ्य में जा चुकी बहन मयावती अब फिर से खुद को राजनीति में स्थापित करने की कोशिशों में लगी हैं। यूपी चुनाव की हार के बाद से ही माया नए नए हथकंडे अपना रही हैं। उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। अब वो कह रही हैं वो हिंदू धर्म भी त्याग सकती हैं। माया ने धमकी दी है कि अगर धर्माचार्य नहीं सुधरे तो वो हिंदू धर्म त्याग कर बौद्ध धर्म को अपना लेंगी। आजमगढ़ में एक सभा को संबोधित करते हुए माया ने ये धमकी दी है। माया ने इसके साथ ही अंबेडकर का मुद्दा भी उठाया, उन्होंने बाबा साहब भीम राव अंबेडकर का जिक्र करते हुए ये धमकी दी है।

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कार्यक्रम में मायावती का पूरा फोकस खुद को दलितों की सबसे बड़ी नेता के तौर पर स्थापित करने पर रहा। जो उनकी सियासत का आधार भी है। वो भीम राव अंबेडकर के बाद खुद को सबसे बड़ा दलित नेता मानती हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने 1935 में कहा कि मैं हिंदू पैदा हुआ ये मेरे अधीन नहीं था। लेकिन मैं इस धर्म में मरूंगा नहीं। हिंदू धर्म में छुआछूत के कारण ही बाबा साहब ने बौद्ध धर्म को अपनाया था। माया ने कहा कि अभी भी हिंदू धर्माचार्य सुधरे नहीं हैं। अगर वो आगे भी इसी तरह का रवैया अपनाए रखते हैं तो वो भी हिंदू धर्म का त्याग कर के बौद्ध धर्म अपना लेंगी। अब ये समझने वाली बात है कि इस से माया को क्या सियासी लाभ मिलेगा।

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इसी कार्य़क्रम मं माय़ा ने एक बार फिर से वही पुराने मुद्द् उठाए, उन्होंने कहा कि देश मं भय का माहौल है। कास तौर पर मुसलमनों और दलितों के खिलाफ अत्यााचार हो रहा है। बीजेपी और संघ के लोग अराजकता का माहौल बना रहे हैं। लोगों में डर है। माया ने कहा कि बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। बीजेपी अभी से हिंदुत्व का एजेंडा अपना कर लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। हिंदुओं का ध्यान ज्वलंत मुद्दों से हटाने के लिए राम मंदिर का मुद्दा उछाल दिया है। माया ने कहा कि राम मंदिर बनने और चढ़ावा चढ़ाने से जनता की ही जेब ढीली होगी। ये नई बात कही माया ने। बीजेपी इस बात को पकड़ को माया पर पलटवार कर सकती है।

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मायावती यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने कहा कि बीजेपी पूंजीवादी सोच की पार्टी है। जब से बीजेपी सत्ता में आई है वो संघ की पूंजीवादी सोच को लागू करने में जुटी हुई है। इसी के साथ माया ने फिर से 2014 के लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी की बात की। माया ने कहा कि बीजेपी ने ईवीएम में गड़बड़ी करके जीत हासिल की है। यूपी विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने वही कहानी दोहराई, इसी के साथ माया ने सहारनपुर हिंसा के लिए भी बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा दिया। कुल मिलाकर माया ने पुराने मुद्दों को आधार बना कर ही हमला किया। वो ये नहीं समझ पा रही हैं कि देश की सियासत बदल रही है। उनके मुद्दों से जनता का सरोकार धीरे धीरे कम होता जा रहा है।