जेल जाएंगे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, गिरफ्तारी तय
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। पाकिस्तान की अदालत ने उनके गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।
New Delhi Oct 26 : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आजकल दिन ठीक नहीं चल रहे हैं। जनाब एक मुश्किल से उबर नहीं पाते हैं कि दूसरी समस्या सिर पर आकर खड़ी हो जाती है। नवाज शरीफ पर पनामा की पनौती ऐसी लगी है कि अब उनके जेल जाने की नौबत आ गई है। पाकिस्तान की एक अदालत ने नवाज शरीफ के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया है। दरसअल, भ्रष्टाचार के एक मामले में नवाज को अदालत के सामने पेश होना था। लेकिन, शरीफ साहब को तो लग रहा था कि वो तो पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके हैं। अगर वो अदालत के सामने पेश होंगे तो इसमें उनकी तौहीन होगी। शायद इसी सोच के साथ नवाज शरीफ अदालत के सामने पेश नहीं हुआ जिस पर अदालत ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट ही जारी कर दिया।
इतना ही नहीं जिस जज बशीर ने गुरुवार को नवाज शरीफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया उसने उनकी उस याचिका को भी ठुकरा दिया है जिसमें उनके वकील की ओर से अदालत में पेशी से छूट की इजाजत मांगी गई थी। नवाज शरीफ के वकील ने दलील ये दी कि वो अपनी पत्नी के इलाज के लिए इस वक्त लंदन में मौजूद हैं। ऐसे में वो तारीख पर अदालत के समक्ष पेश नहीं हो सकते हैं। हालांकि ये बात सभी को मालूम है कि नवाज शरीफ जैसे लोगों के लिए लंदन से पाकिस्तान आना और पाकिस्तान से लंदन जाना कोई बड़ी बात नहीं है। दरअसल, कहा तो ये भी जा रहा है कि नवाज शरीफ को इस बात का एहसास हो गया है कि अगर अब वो पाकिस्तान लौटते हैं तो उन्हें जेल में ठूंसा जा सकता है। इसी वजह से वो लंदन में ही पत्नी की बीमारी का बहाना बनाकर बैठे हुए हैं।
नवाज शरीफ की तरह ही पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ भी पाकिस्तान से भागे हुए हैं। वो भी लंबे समय से लंदन में ही रह रहे हैं। पाकिस्तान की एक अदालत तो परवेज मुशर्रफ को बेनजीर हत्याकांड में भगोड़ा तक घोषित कर चुकी है। कहीं ऐसा तो नहीं कि परवेज मुशर्रफ की तरह अब नवाज शरीफ ने भी लंदन में ही रहने का मन बना लिया हो। हालांकि पाकिस्तान की अदालत में इस मामले की अगली सुनवाई तीन नवंबर को होगी। एक बात तो है कि अगर इस सुनवाई से पहले नवाज शरीफ को पाकिस्तान की उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत नहीं मिलती है तो वो जैसे ही पाकिस्तान की सरजमीं पर कदम रखेंगे कि पाकिस्तान पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। नवाज शरीफ अब इस नई मुसीबत की काट कैसे निकालेंगे ये देखना बेहद दिलचस्प होगा।
हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है जब उन्होंने किसी अदालत की तौहीन की हो। इससे पहले भी नवाज शरीफ कई पेशियों पर अदालत के समक्ष पेश होने से बचते रहे हैं। लेकिन, इस बार उन्हें कोर्ट की अवमानना बहुत भारी पड़ती हुई नजर आ रही है। इससे पहले इस्लामाबाद हाईकोर्ट में उनके खिलाफ एक और याचिका भी लगाई गई थी। जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया है। ये याचिका नवाज की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के अध्यक्ष पद को लेकर लगाई गई थी। याचिका में कहा गया था कि कोई भी अयोग्य करार दिया गया व्यक्ति किसी भी दल की अध्यक्षता नहीं कर सकता है और ना ही किसी भी दल का नेतृत्व कर सकता है। पनामा पेपर लीक मामले में नवाज शरीफ की प्रधानमंत्री पद की कुर्सी पहले ही जा चुकी है। अब बारी गिरफ्तारी और पार्टी के अध्यक्ष पद छीने जाने की है।