विवादित बयानों के सहारे राजनीति के ‘रजनीकांत’ बनना चाहते हैं कमल हासन

कमल हासन साउथ के सुपर स्‍टार हैं। लेकिन, इन दिनों उनकी दिलचस्‍पी राजनीति में बढ़ गई है। उन्‍होंने हिंदू आतंकवाद पर विवादित बयान दिया है।

New Delhi Nov 02 : साउथ के सुपर स्‍टार रहे कमल हासन की गिनती इन दिनों टॉलीवुड के फ्लॉप एक्‍टर्स में हो रही है। ऐसे में अब वो राजनीति का रजनीकांत बनना चाहते हैं। कहने का मतलब आप समझ गए होंगे कि वो नेता के तौर पर अपनी नई पारी की शुरुआत करना चाहते हैं। और चाहतें कि चंद वक्‍त में ही राजनीति की उन ऊंचाईयों को भी छू लिया जाए जहां पहुंचने में नेताओं को दशकों लग जाते हैं। फिलहाल अपनी राजनैतिक महात्‍वाकांक्षा को पूरा करने के लिए कमल हासन ने राजनीति का शार्टकट रूट पकड़ लिया और विवादों की गाड़ी पर सवार हो गए हैं। उन्‍होंने अब हिंदू आतंकवाद पर नई बहस छेड़ दी है। कमल हासन ने तमिल की साप्ताहिक पत्रिका ‘आनंदा विकटन’ में एक लेख लिखा है जिसमें उन्‍होंने कहा है कि राइट विंग ने अब मसल्‍स पावर का इस्‍तेमाल शुरु कर दिया है। उनका कहना है कि राइट विंग के लोग हिंसा में शामिल हैं। हिंदू कैंपों में आतंकवाद घुस चुका है।

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कमल हासन ने अपने लेख में दक्षिणपंथी राजनीति करने वालों पर सीधा हमला बोला है। उनका कहना है कि पहले कभी भी दक्षिणपंथी लोग किसी भी हिंसा में शामिल नहीं होते थे। वो अपने विरोधियों के साथ शास्‍त्रार्थ करते थे। उन्‍हें तर्कों के आधार पर जवाब देते थे। लेकिन, अब ये पुरानी रणनीति बदल गई है। अब शास्‍तार्थ और तर्कों की जगह बल का प्रयोग होने लगा है। दक्षिणपंथी लोगों ने हिंसा फैलानी शुरु कर दी है। कमल हासन का कहना है कि हिंदू आतंकवाद की बात कहने वाले लोगों को दक्षिणपंथी लोग कभी भी चैंलेज नहीं कर सकते हैं, क्योंकि आतंक हिंदू कैंप में भी पहुंच चुका है। इस तरह की आतंकी गतिविधियां इन लोगों की कभी मदद नहीं कर सकती है। यानी कमल हासन का साफ तौर पर कहना है कि ऐसा कोई नहीं कह सकता है कि हिंदू आतंकवाद का कोई वजूद नहीं है। हिंदू कट्टरपंथी जो पहले बातचीत में यकीन रखते थे आज हिंसा करते हैं।

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इतना ही नहीं कमल हासन ने अपने लेख में ये भी लिखा है कि अब लोगों के भीतर से सत्‍यमेव जयते की आस्‍था तक खत्‍म हो चुकी है। उन्‍होंने केरल सरकार की तारीफ भी की है। उनका कहना है कि केरल सरकार ने तमिलनाडु के मुकाबले सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ बहुत ही बेतहर काम किया है। हासन के इस लेख और उनके बयान पर बीजेपी नेता भड़क उठे हैं। सुब्रमण्यन स्वामी ने हासन को नैतिक तौर पर भ्रष्ट बताया है। उनका कहना है कि कमल को केरल में हालात बेहतर नजर आते हैं जबकि वहां की हकीकत कुछ और है। केरल में तो पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे संगठन आतंकी गतिविधियों में शामिल हैं। इतना ही नहीं वहां पर मुस्लिम कट्टरवाद भी बढ़ रहा है। सुब्रमण्‍यम स्‍वामी का कहना है कि अब तक हिंदू आतंकवाद के एक भी सबूत नहीं मिले हैं। अगर हासन के पास इस तरह की काई जानकारी है तो उन्‍हें एनआईए के पास जाना चाहिए। शिकायत दर्ज करानी चाहिए। स्‍वामी का कहना है कि वो एक चापसूल आदमी हैं।

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सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने कहा कि जब हम तमिलनाडु में जयललिता के खिलाफ भ्रष्‍टाचार का केस चला रहे थे उस वक्‍त ये चूहे के बिल में घुस गए थे। हासन ने आजतक किसी आंदोलन तक में हिस्‍सा नहीं लिया। वो सिर्फ कम्‍युनिस्‍टो की चापलूसी कर रहे हैं। दरअसल, कमल हासन पहले भी तमिलनाडु की राजनीति में आने के संकेत दे चुके हैं। वो इस कड़ी में लगातार नेताओं से मुलाकात भी कर रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही उन्‍होंने दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्‍या वाकई कमल हासन सिर्फ अपने राजनैतिक फायदे के लिए इस तरह के ऊलजलूल बयान दे रहे हैं। जिनका कोई आधार तक नहीं है। इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी भी भगवा आतंकवाद के आरोप लगा चुकी है। लेकिन, आजतक उसके भी एक भी प्रमाण किसी भी जांच एजेंसी को नहीं मिल सके हैं। आखिर कब बंद होगी इस तरह की घटिया राजनीति।