अभी भी बलात्‍कारी बाबा राम रहीम पर फिदा है मनोहर लाल खट्टर की सरकार ?

बलात्‍कारी बाबा राम रहीम को लेकर एकबार फिर हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर की सरकार विवादों में घिरती हुई नजर आ रहा है। जानिए क्‍या है मामला ?

New Delhi Nov 14 : डेरा सच्‍चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम इस वक्‍त रोहतक की सुनारिया जेल में कैद हैं। राम रहीम को साध्वियों से बलात्‍कार का दोषी पाए जाने के बाद सीबीआई की विशेष अदालत ने बीस साल कैद की सजा सुनाई थी। इसी सजा को ये बलात्‍कारी बाबा रोहतक जेल में भुगत रहा है। लेकिन, इतना सबकुछ होने के बाद भी हरियाणा के मनोहर लाल खट्टर की सरकार बाबा पर मेहरबान नजर आ रही है। आरोप लग रहे हैं कि राम रहीम को जेल के भीतर वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। जेल के भीतर बलात्‍कारी बाबा को वो तमाम सुविधाएं मिल रही हैं जो दूसरे कैदियों को नसीब तक नहीं होती हैं। सबसे खास बात ये है कि इस सनसनीखेज खुलासे और आरोप के बाद भी हरियाणा सरकार चुप है। अब तक सरकार की ओर से इन आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया गया है। जबकि ऐसे मामलों में तो तत्‍काल प्रभाव से जांच बिठाए जाने की जरूरत है।

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रोहतक की सुनारिया जेल में बलात्‍कारी बाबा राम रहीम को वीवीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है इस बात का खुलासा कैसे हुआ जरा ये भी जान लीजिए। दरअसल, राहुल जैन नाम का एक कैदी इसी जेल में बंद था जिसमें राम रहीम कैद है। राहुल जैन इस वक्‍त जमानत पर बाहर आया हुआ है। जेल से रिहा होने के बाद राहुल जैन ले आरोप लगाया कि रोहतक की सुनारिया जेल में बलात्‍कारी बाबा राम रहीम को वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। जेल के भीतर उसे वो तमाम सुविधाएं दी जा रही हैं जो जेल के बाकी कैदियों को नसीब तक नहीं होती हैं। इतना ही नहीं राहुल जैन ने ये भी कहा है कि राम रहीम की वजह से जेल में दूसरे कैदियों की जिदंगी नर्क बन गई है। राहुल जैन ने बताया कि जिस बैरक में राम रहीम को रखा गया है उस बैरक की ओर किसी भी दूसरे कैदी को जाने की इजाजत नहीं दी जाती है। उसके खाने की जिम्‍मेदारी खास अधिकारी संभालते हैं।

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राहुल जैन का कहना है कि राम रहीम के लिए अलग डिब्‍बों में खाना आता है। बाकी कैदियों को अपने घरवालों से मिलने के लिए जहां सिर्फ बीस मिनट का वक्‍त मिलता है वहीं दूसरी ओर राम रहीम के घरवाले उससे घंटों मुलाकात करते हैं। बलात्‍कारी बाबा अपने घरवालों से दो घंटे तक मुलाकात करता है। राहुल जैन का कहना है कि जब राम रहीम अपनी बैरक से बाहर निकलता है तो बाकी कैदियों को उनकी बैरक में कैद कर दिया जाता है। किसी भी कैदी को उसके पास तक जाने की इजाजत नहीं दी जाती है। जैन ने कहा कि जेल के भीतर तो ये भी अफवाह फैली हुई है कि दूसरे कैदी ही उसका काम करते हैं। आज तक किसी ने भी राम रहीम को जेल के भीतर कोई काम करते हुए नहीं देखा। जेल में कैदियों को मिलने वाले अखबारों से उन खबरों को काट दिया जाता है जो राम रहीम के विरोध में होती हैं। जाहिर है राहुल जैन ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

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एक कैदी के इन आरोपों के बाद ना सिर्फ जेल प्रशासन बल्कि हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर की सरकार भी सवालों के घेर में आ गई है। राहुल जैन के आरोप पर रोहतक जेल प्रशासन के अलावा हरियाणा सरकार को भी इस पर जवाब देना चाहिए। लेकिन, दिलचस्‍प बात ये है कि इतना सबकुछ होने के बाद भी सरकार कान में तेल डालकर बैठी हुई है। हो सकता है कि सरकार कह दे कि एक कैदी बयान या आरोप पर कितना भरोसा किया जा सकता है। लेकिन, सवाल यही है कि अगर राम रहीम को जेल प्रशासन की ओर से वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है तो इसका खुलासा वहां रहने वाले कैदी नहीं करेंगे तो कौन करेगा ? क्‍या जेल प्रशासन खुद कभी इस बात को कबूल कर सकता है कि वो नियमों को ताक पर रखकर बाबा को वीवीआईपी सुविधाएं मुहैया करा रहा है, हरगिज नहीं। ऐसे में अगर कोई आरोप लगते हैं तो उसकी निष्‍पक्ष जांच होनी चाहिए। जेल में लगे सीसीटीवी सामने लाने चाहिए। ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।