बीजेपी के गुजरात कैम्पेन का आखिरी दांव, नरेंद्र मोदी बनाम बाकी सारे

गुजरात चुनाव में बीजेपी ने आखिरी दांव चल दिया है। नरेंद्र मोदी बनाम बाकी सारे, इसी के साथ सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए गुजराती अस्मिता को जगाया जा रहा है।

New Delhi, Nov 16: जिस बात का इंतजार था वो हो गई, जिसका इंतजार कांग्रेस कर रही थी वो भी हो गया, गुजरात में बीजेपी ने सोशल मीडिया के जरिए प्रचार का आखिरी दौर शुरू कर दिया है। इस बार बीजेपी ने जो रणनीति अपनाई है वो सीधी और सिंपल है। कोई बड़ा चेहरा नहीं बल्कि विकास को गुजरात से जोड़ने की साफ रणनीति है। जिस विकास को कांग्रेस ने पागल कहा था वही विकास और कांग्रेस से सवाल पूछ रहा है। सवाल भी ऐसे जिनके जवाब कांग्रेस के पास नहीं होंगे। इसके अलावा बीजेपी की रणनीति का एक पहलू ये भी है कि अब गुजरात में फिर से नरेंद्र मोदी बनाम बाकी सारे, यानि बीजेपी ने मोदी बनाम अन्य की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।

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दरअसल चुनावी रणनीति में कोई भी दल ये नहीं चाहेगा कि उसका मुकाबला सीधे नरेंद्र मोदी से हो जाए, यही कारण है कि इस बार कांग्रेस ने गुजरात में मोदी पर निजी हमले करने से परहेज किया है। राहुल ने भी साफ निर्देश दिए हैं कि कुछ ऐसा ना किया जाए जिसे बीजेपी मुद्दा बना ले। अब बीजेपी ने इसी को आधार बना कर अपनी रणनीति तैयार की है। सोशल मीडिया पर बीजेपी ने कैम्पेन को धारदार बना दिया है। बीजेपी ने जितने वीडियो डाले हैं उनमें पीएम मोदी ही सबसे ऊपर हैं। बीजेपी के वीडियो में लोग मैं विकास हूं, मैं गुजरात के नारे का प्रयोग कर रहे हैं। मंगलवार को बीजेपी ने नई सीरीज हु छु विकास के नाम जारी की है।

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इसमें एक शख्स जो पुस्तक विक्रेता बना है वो कांग्रेस समेत जातिवादी राजनीति करने वाले दलों की खिंचाई कर रहा है। मशहूर एक्टर मनोज जोशी ने इस में काम किया है। वो जातिवादी राजनीति करने वाले हार्दिक पटेलस जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर पर तंज कस रहे हैं। मनोज जोशी का किरदार वीडियो में कहता है कि हु छु विकास, हु छु गुजरात। इस वीडियो को अभी तक लाखों लोग देख चुके हैं। इस वीडियो में मोदी का जिक्र करते हुए कहा गया है कि एक गुजराती जो पूरे विश्व में भारत को श्रेष्ठ बनाने की कोशिश कर रहा है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बीजेपी अपनी रणनीति में काफी हद तक कामयाब होती दिखाई दे रही है।

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2002 के बाद से ये पहला गुजरात चुनाव है जिसमें सीधे तौर पर नरेंद्र मोदी शामिल नहीं है, लेकिन उसके बाद भी चुनाव में बीजेपी मोदी की छवि के सहारे ही है। बीजेपी ने अब सीधे तौर पर गुजराती अस्मिता के मुद्दे को उछाल दिया है। बीजेपी के प्रचार की कोर लाइन यही है कि वो हर गुजराती को ये यकीन दिलाए कि गुजरात का एक नेता पूरी दुनिया में भारत को श्रेष्ठ बना रहा है और कुछ लोग जातिवाद के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस ने प्रचार की शुरूआत तो आक्रामक तरीके से की थी, लेकिन चुनाव की तारीख पास आने के साथ साथ बीजेपी हावी होती दिखाई दे रही है। विकास पागल हो गया है नारे को वापस लेने के साथ ही कांग्रेस बीजेपी की रणनीति में फंसती गई।