लालू यादव से परहेज, तेजस्वी यादव से मिले राहुल गांधी, ये तस्वीर गजब ढा देगी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने लालू पुत्र तेजस्वी यादव से मुलाकात की, दोनों की तस्वीर वायरल हो रही है। क्या इस तस्वीर का जिक्र गुजरात में प्रचार के दौरान होगा।

New Delhi, Nov 17: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जो अध्यक्ष बनने की राह पर हैं। जो खुद वंशवाद का आरोप झेलते हैं उसके बाद वो वंशवाद का एक तरह से बचाव भी करते हैं। याद करिए अमेरिका में राहुल ने वंशवाद पर क्या कहा था। तो ऐसे में अब जब वो अपनी अलग छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं। गुजरात में राहुल का अलग ही अंदाज दिखाई दे रहा है। वो अपनी राजनीति में प्रयोग कर रहे हैं। लेकिन कभी कभी प्रयोग गलत नुकसानदेह साबित हो जाते हैं। इस तस्वीर को ही ले लीजिए, इस में आपको क्या दिख रहा है, एक तरफ राहुल बैठे हैं और उनके सामने लालू पुत्र तेजस्वी यादव बैठे हैं, दोनों साथ में लंच कर रहे हैं। ये तस्वीर तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर शेयर की है। साथ ही उन्होंने राहुल को शुक्रिया भी कहा है।

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वसे ये तस्वीर एक आम तस्वीर की ही तरह है, दो युवा नेता एक साथ लंच कर रहे हैं। लेकिन अगर इसकी तह में जाएं तो ये एक आम तस्वीर से हटकर है। इसका कारण है राहुल और तेजस्वी का सियासी बैकग्राउंड। गुजरात चुनाव में व्यस्त राहुल गांधी समय निकाल कर तेजस्वी से मिल रहे हैं, साथ में लंच कर रहे हैं तो इसका कारण कुछ खास ही होगा। कहीं ये 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी तो नहीं है। राहुल वैसे भी इन दिनों युवा नेताओं पर फोकस कर रहे हैं। कांग्रेस को नया रंग देने की कोशिशों में लगे राहुल युवा नेताओं को वरीयता दे रहे हैं। परदे के पीछे भले दिमाग किसी और का हो लेकिन सामने से जो दिख रहा है वो ये है कि राहुल कांग्रेस को युवाओं की पार्टी के तौर पर स्थापित करने में लगे हुए हैं।

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इस तस्वीर को तेजस्वी ने पोस्ट किया और कहा कि अपने व्यस्त शेड्यूल से समय निकाल कर लंच करने के लिए शुक्रिया। सवाल ये है कि राहुल तेजस्वी से क्यों मिले, याद करिए ये वही राहुल हैं जो लालू यादव से परहेज करते हैं। जिन्होंने लालू के लिए संजीवनी साबित हो सकने वाले अध्यादेश को फाड़ कर फेंक दिया था। जिसके कारण लालू पर 6 साल के लिए चुनाव नहीं लड़ पाने का बैन लगा है। तेजस्वी के साथ मिल कर क्या राहुल अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति बना रहे हैं। बिहार में महागठबंधन की सरकार के समय भी राहुल ने तेजस्वी को बचाने की कोशिश की थी, नीतीश के बार बार कहने के बाद भी राहुल ने तेजस्वी को पद छोड़ने के लिए नहीं कहा था। जिसके बाद नीतीश ने महागठबंधन तोड़ दिया था।

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राहुल गांधी और तेजस्वी दोनों ही नेता वंशवाद का उदाहरण हैं, दोनों को थाली में सजाकर राजनीति और कुर्सी पेश की गई है। इसलिए दोनों की मुलाकात का असर गुजरात चुनाव में जरूर होगा। जहां पर अभी पीएम मोदी दवारा प्रचार शुरू किया जाना है। उस से पहले इस तस्वीर का सामने आना कांग्रेस के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। लालू यादव चारा घोटाले के दोषी हैं। इसके अलावा यूपीए सरकार के समय में हुए घोटालों को मिलाकर एक बढ़िया मुद्दा तैयार हो रहा है बीजेपी के लिए। बीजेपी इसे कैसे छोड़ सकती है, गुजरात में इस तस्वीर को आधार बना कर जरूर हमला किया जाएगा। जैसे सोशल मीडिया पर अभी से शुरू हो गया है। बीजेपी की सोशल मीडिया टीम सबसे तेज मानी जाती है तो ये तय माना जा रहा है कि राहुल और तेजस्वी की मुलाकात की तस्वीर गुजरात चुनाव पर असर जरूर दिखाएगी।