किस देश का अंडरकवर एजेंट था राम रहीम ? डेरे से होती थी जासूसी ?
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को लेकर एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में डेरे के भीतर से जासूसी की बातें सामने आई हैं।
New Delhi Nov 20 : बेशक डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को जेल गए हुए तीन महीने हो गए हों। लेकिन, राम रहीम पर होने वाले खुलासे अभी भी जारी हैं। सिरसा के डेरा सच्चा सौदा की काली दुनिया में छिपे राज एक-एक करके सामने आ रहे हैं। राम रहीम को लेकर ताजा खुलासा कोर्ट कमिश्नर की सेनेटाइजेशन की रिपोर्ट से हुआ है। कोर्ट कमिश्नर ने अपनी सेनेटाइजेशन की रिपोर्ट पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट को सौंपी है। जिसमें ये इशारा किया गया है कि राम रहीम जासूसी गतिविधियों में शामिल हो सकता है। ऐसे में सवाल उठने लाजिमी हैं कि क्या वाकई राम रहीम किसी देश का अंडरकवर एजेंट था। या फिर वो सिर्फ अपने निजी फायदे के लिए ही लोगों की जासूसी किया करता था। सवाल देश की सुरक्षा से भी जुड़ रहा है। ऐसे में जांच बेहद जरूरी है ताकि ये पता लगाया जा सके कि डेरा में किस तरह की अवैध गतिविधियां चल रही थीं।
दरसअल, कोर्ट कमिश्नर एके एस पवार ने 15 नवंबर को पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में अपनी एक रिपोर्ट सौंपी है। इसी रिपोर्ट में डेरे के बारे में कई सनसनीखेज खुलासे किए गए हैं। कोर्ट कमिश्नर की सेनेटाइजेशन की रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि उन्हें डेरे में स्पाई कैमरे और ओबी वैन मिले थे। इसी आधार पर ये कहा जा रहा है कि डेरा प्रमुख राम रहीम जासूसी गतिविधियों में शामिल था। क्योंकि डेरे के भीतर एक नहीं बल्कि कई स्पाई यानी खुफिया कैमरे मिले थे। जिस वक्त सिरसा के डेरे की तलाशी ली गई थी उस वक्त वहां से पुलिस का 92 पेन ड्राइव और 65 हार्ड डिस्क मिली थीं। इसके बाद भी डेरे से पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क बरामद की गई थी। बताया जा रहा है कि हार्ड डिस्क की जांच की जा रही है। इसमें लोगों के स्टिंग ऑपरेशन या दूसरे वीडियो हो सकते हैं। अगर ये वाकई सच है तो राम रहीम की ये गतिविधि देश की सुरक्षा के लिए बढ़ा खतरा थी।
क्यों कि इस रिपोर्ट के बाद सवाल यही खडे हो रहे हैं कि क्या राम रहीम अपनी ताकत के आगे देश की सुरक्षा को खतरे में डालने वाला था। दरसअल, कोर्ट कमिश्नर को जो ओबी वैन मिली है उससे भी कई सवाल खड़े होते हैं। डेरा सच्चा सौदा का अपना कोई आधिकारिक चैनल नहीं है। अगर उसके पास कोई चैनल नहीं था तो फिर वो ओबी वैन का इस्तेमाल क्यों करता था। इस सवाल का जवाब तलाशा जाना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही ये पूछा जा रहा है कि आखिर एक संत के डेरे में इतनी बड़ी तादाद में स्पाई कैमरों की क्या जरूरत थी। क्या वहां आने वाले लोगों का स्टिंग किया जाता था या फिर चोरी छिपे लोगों के आपत्तिजनक वीडियो शूट किए जाते थे। बाबा की जासूसी को लेकर सवाल कई हैं लेकिन, आधिकारिक जवाब एक का भी नहीं है। ये बात भी हर किसी को पता है कि बाबा के डेरा से लेकर उसके रिसॉर्ट तक में कई नामचीन हस्तियों और ब्यूरोक्रेट्स का आना जाना लगा रहता था।
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से कोर्ट कमिश्नर एके एस पवार ने सात सितंबर से लेकर 9 सितंबर तक डेरे में तलाशी अभियान चलाया था। जिसमें कोर्ट कमिश्नर को कई सामान मिले थे। इसमें डेरे से 29 मोबाइल फोन बरामद किए गए थे। जिसमें एक फोन को तो नष्ट करने की भी कोशिश की गई थी। इसके अलावा स्पाई कैमरे, ओबी वैन, सीडी, बांस की लाठियां, लैपटॉप और कंप्यूटर बरामद किए गए थे। पुलिस ने डेरे के भीतर से कई दस्तावेज भी बरामद किए थे। हालांकि डेरे से मिली डायरी और दस्तावेजों को लेकर अब तक कोई खुलासा नहीं किया गया है। प्लॉस्टिक करेंसी और दवाईंयां भी मिली थीं। जिस वक्त ये ड्राइव डेरे में चलाई गई थी उस वक्त पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी हुई थी। लेकिन, राम रहीम को इस बात का खौफ है कि कहीं ये वीडियो किसी मीडिया वाले के हाथ ना लग जाए। इसके लिए अदालत में इसके टेलीकास्ट करने पर रोक लगाने की भी एक अर्जी लगाई गई है।