2019 में कांग्रेस आई तब भी राहुल गांधी नहीं बन पाएंगे प्रधानमंत्री, कौन है आस्तीन का सांप ?
आप भी ये पढ़कर हैरान होंगे कि 2019 में अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आ गई तो फिर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने से भला कौन रोक सकता है।
New Delhi Nov 22 : अगर हम आपसे कहें कि राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष नहीं बनेंगे तो क्या आप इस बात को मान सकते हैं ? आपस शायद नहीं बल्कि सौ फीसदी हमारी इस बात को नहीं मानेंगे। ऐसे ही अगर हम ये कहें कि अगर 2019 में कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव जीतती है तो राहुल गांधी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे, तब भी शायद आप हमारी बात को नहीं मानेंगे। यकीन मानिए हम भी नहीं मानना चाहेंगे। लेकिन, कांग्रेस पार्टी के भीतर शायद राहुल गांधी के भतेरे दुश्मन मौजूद हैं। जिन्हें आप आस्तीन का सांप भी कह सकते हैं। अगर कांग्रेस के आस्तीन के सांप ऐसे की काम करते रहे तो यकीनन राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने का सपना लालकृष्ण आडवाणी के सपने से कम नहीं होगा। देश की एक प्रतिष्ठित वेबसाइट ने इंडिया टुडे के हवाले से एक खबर छापी है। जिसमें ये दावा किया है कांग्रेस पार्टी के एक महासचिव ने ये दावा किया है कि अगर 2019 में कांग्रेस पार्टी की सरकार सत्ता में आएगी तो राहुल गांधी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे।
जबकि आज भी कांग्रेस पार्टी के भीतर उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार माना जाता है। इंडिया टुडे ने कांग्रेस के जिस महासचिव से ये खास बातचीत के हवाले से खबर छापी है उसने अपना नाम ना छापने की शर्त पर ये बातें मीडिया को बताई हैं। अरे भाई अगर नेता को इतनी बड़ी जानकारी देनी ही थी तो वो अपने नाम के साथ दे देते। इस तरह से राहुल गांधी के पॉलिटिकल करियर पर पलीता लगाना ठीक नहीं। इस खबर में चौंकाने वाली बात यही नहीं खत्म हो जाती है। सनसनाहट से भरी इस खबर में कांग्रेस के नेता ने जिस शख्स के प्रधानमंत्री बनने की बात कही है उसके बारे में जानकार आप और भी ज्यादा हैरत में पड़ जाएंगे। जी हां उस शख्स का नाम है सैम पित्रोदा। कांग्रेस के नेता ने कहा कि अगर 2019 में कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई तो राहुल गांधी की जगह सैम पित्रोदा प्रधानमंत्री बन सकते हैं।
कांग्रेस के छिपे हुए महासचिव ने दावा किया है कि जितना वो राहुल गांधी को जानते हैं उसके हिसाब से वो प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने से हिचकिचाएंगे। ऐसी सूरत में सैम पित्रोदा राहुल गांधी के मनमोहन सिंह बन सकते हैं। बताया जा रहा है सैम पित्रोदा इस वक्त गुजरात विधानसभा चुनाव में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। वो ये भी कहते हैं कि सैम पित्रोदा के सियासी तौर पर हो बढ़ रहे उभार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। ऐसे में सवाल उठते हैं कि क्या सैम पित्रोदा में सामुहिक अगुवाई की काबिलियत है ? जिन्होंने आज तक एक भी चुनाव ना जीता हो क्या वो देश की कमान संभाल सकते हैं। सवाल कई हैं। जवाब किसी के पास कुछ नहीं हैं। कई लोगों का कहना है कि इस तरह की हवा हवाई बातों पर ध्यान ही नहीं देना चाहिए। लोगों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के भीतर सैम पित्रोदा से भी बड़े-बड़े मठाधीश बैठे हुए हैं। जो कभी उनकी दाल नहीं गलने देंगे।
रही बात राहुल गांधी की। जो पिछले कई साल से कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद की कुर्सी संभालने के लिए बेताब हों वो भला मौका मिलने पर प्रधानमंत्री बनने से कैसे चूक सकते हैं। कांग्रेस पार्टी के ही कुछ नेताओं का कहना है कि इस तरह की बातों में कोई दम नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी के करीबियों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी के रहते भला ऐसे कैसे मुमकिन है कि कोई दूसरा व्यक्ति प्रधानमंत्री पद का दावेदार बन जाए। जबकि उनके भीतर सभी तरह की राजनैतिक काबिलियत मौजूद है। दरसअल, सियासत में सैम पित्रोदा की ये दूसरी पारी है। पहली पारी उन्होंने राजीव गांधी के साथ खेली थी। सैम पित्रोदा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सलाहकार रह चुके हैं। इसके अलावा उन्हें हिंदुस्तान की दूरसंचार क्रांति का श्रेय भी दिया जाता है। उनका जन्म ओडिशा के तीतलागढ़ के एक गुजराती परिवार में हुआ था। पित्रोदा भारत के राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के प्रमुख रह चुके हैं। सैम के साथ सबकुछ बहुत अच्छा है लेकिन, पता नहीं क्यों प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार पर उनका नाम कहीं से भी फिट नहीं बैठता। इसीलिए सवाल किया जा रहा है कि आखिर कांग्रेस में आस्तीन का सांप है कौन ?