जो कांग्रेस नहीं चाहती थी, वो हो गया, नरेंद्र मोदी ने सच किया राहुल का बुरा सपना

गुजरात में कांग्रेस का सबसे बुरा सपना सच होता दिख रहा है। नरेंद्र मोदी ने प्रचार के पहले ही दिन दो ऐसे दांव चले हैं जिनका तोड़ कांग्रेस के पास नहीं है।

New Delhi, Nov 28: अपनी कमजोरियों और विरोधी की ताकत के बारे में अंदाजा सही हो तो दांव सही बैठता है, लेकिन अगर ऐसा ना हो तो मुश्किलें बढ़ जाती हैं। गुजरात में कांग्रेस केसाथ यही हो रहा है। आक्रामक प्रचार और सोशल मीडिया के दम पर कांग्रेस को लगा कि वो गुजरात में बीजेपी को मात दे सकती है। इसी गफलत में कांग्रेस से वो गलती हो गई जो उसे नहीं करनी चाहिए थी। यूथ कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी के चायवाला होने का मजाक उड़ा दिया. कांग्रेस ने फौरन उस पर सफाई दी, लेकिन नुकसान हो चुका था। मोदी के हाथ में कांग्रेस ने खुद छाड़ पोंछ कर औजार थमा दिया था. अब पलटवार तो होना ही था, हुआ भी, गुजरात में अपने प्रचार के पहले ही दिन मोदी ने दिखा दिया कि क्यों उनको संवाद कला में माहिर कहा जाता है।

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चाय को नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान भी हथियार बनाया था। अब गुजरात में वही दांव आजमा रहे हैं, खास बात ये है कि कांग्रेस ने खुद उनके सामने ये मुद्दा खड़ा कर दिया। अपनी रैली के दौरान मोदी ने कहा कि वो चाय बेचते थे इसलिए कांग्रेस उनको पसंद नहीं करती। वो गरीब हैं इसलिए कांग्रेस उनसे नफरत करती है। इतने पर ही वो नहीं रुके, चाय के ही सहारे उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी पर सबसे जोरदार हमला किया, मोदी ने कहा कि वो चाय बेच लेंगे लेकिन देश कभी नहीं बेचेंगे। इस एक लाइन से पूरे चुनाव की हवा बदल सकती है। अब कांग्रेस को लग रहा होगा कि उस ने क्यों चाय को लेकर मोदी का मजाक उड़ाया था।

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इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के हमलों का जवाब भी दिया। पाकिस्तान में हाफिज सईद की रिहाई पर राहुल ने ट्वीट करते हुए कहा था कि मोदी जी ट्रम्प को गले लगाना काम नहीं आया, उनको और गले लगाने की जरूरत है। इस हमले का जवाब मोदी ने इस तरह से दिया है कि कांग्रेस अब आतंकवाद के मुद्दे पर कुछ नहीं बोलेगी। मोदी ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी हाफिज सईद रिहा हुआ तो कांग्रेस खुश हुई। वो ये सोच कर हैरान हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है। इसी के साथ मोदी ने वो दांव चल दिया जिस से कांग्रेस डर रही थी। जो कांग्रेस के लिए बुरा सपना साबित हो सकता है। मोदी ने गुजराती अस्मिता का दांव पहली ही रैली में चल दिया।

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कांग्रेस ने गुजरात में जातिगत समीकरणों को साधने की कोशिशकी तो नरेंद्र मोदी ने गुजराती अस्मिता को सामने खड़ा कर दिया। संवाद कला में माहिर मोदी ने रैली में कहा कि कांग्रेस ने गुजरात के बेटे का मजाक उड़ाया है। कांग्रेस ने सरदार पटेल से लेकर मोरारजी देसाई तक सबका अपमान किया है। क्या गुजरात के लोग इसे बर्दाश्त करेंगे। चाय वाला से लेकर गुजराती अस्मिता, यानि पहली ही रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस के सभी हमलों का जवाब दे दिया। अभी तो ये शुरूआत है, अपने विरोधी की ताकत को देखने के बाद उस पर हमला करना समझदारी होता है। मोदी ने यही किया, पहले कांग्रेस के हर वार को झेला, उनकी ताकत को परखा और जब लगा कि अब कांग्रेस के पास कुछ नहीं बचा तो मैदान में आ गए। फिलहाल राजनीति में मोदी से बड़ा ब्रांड कोई नहीं है। और ये ब्रांड गुजरात में अपना जलवा दिखाना शुरू कर चुका है।