शंकर सिंह वाघेला का बड़ा खुलासा, गुजरात में कांग्रेस को खुद कांग्रेसी हराएंगे

कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे शंकर सिंह वाघेला ने बड़ी बात कही है, उनके मुताबिक कांग्रेस के स्थानीय नेता ही गुजरात में कांग्रेस की हार का कारण बनेंगे।

New Delhi, Nov 29: गुजरात चुनाव मं अगर कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करने की सोच रही है तो उसे अपने नेताओं पर लगाम लगानी होगी, ये कहना है शंकर सिंह वाघेला का, कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे वाघेला ने गुजरात चुनाव को लेकर बहुत बड़ी बात की है। उन्होंने कहा कि गुजरात के 50 फीसदी पाटीदार बीजेपी को ही वोट देंगे। इसका कारण ये है कि नाराज पाटीदारों का स्वागत कांग्रेस में उस तरह से नहीं हुआ जैसा वो चाहते थे। यानि पाटीदारों को कांग्रेस से जो उम्मीद थी वो पूरी नहीं हुई। इसी के साथ वाघेला ने ये भी कहा कि चुनाव में बीजेपी की जीत तय करने का काम खुद कांग्रेस के ही स्थानीय नेता कर रहे हैं। वाघेला की इन बातों से कांग्रेस की नींद उड़ना स्वाभाविक है।

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चुनाव से पहले ही कांग्रेस को झटका दे चुके शंकर सिंह वाघेला ने फिर से कांग्रेस को झटका दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि गुजरात में कांग्रेस की हार को सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय नेता सुपारी ले रहे हैं। वो पार्टी के खिलाफ जाकर काम कर रहे हैं। वाघेला ने बताया कि बीजेपी क्यों लगातार गुजरात में चुनाव जीत रही है। उन्होंने कहा कि इसका विकास से कुछ मतलब नहीं है,  बीजेपी 2002 के बाद से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के चलते जीत रही है। कांग्रेस से परेशान जनता ने बीजेपी को चुना था। लेकिन बीजेपी ने ध्रुवीकरण की राजनीति शुरू कर दी, कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही राज्य के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। मार्केटिंग और पैसे से गढ़े गए नारों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

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शंकर सिंह वाघेला ने साफ कर दिया कि राज्य की जनता को वो नया विकल्प दे रहे हैं। जन विकल्प मोर्चा के नामसे उनकी पार्टी इस बार कांग्रेस और बीजेपी को टक्कर देगी। राज्य की राजनीति पर गहरी पकड़ रखने वाले वाघेला ने कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान पर भी बात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विकास के मुद्दे से शुरूआत की थी। लेकिन अब वो जातिवादी राजनीति कर रही है। हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर के सहारे वो गुजरात का रण जीतने की कोशिश कर रही है। वाघेला के मुताबिक हार्दिक, जिग्नेश औव अल्पेश का चुनाव में कोई असर नहीं होगा। ये जातिगत आंदोलनों के नेता हैं, सियासी तौर पर इनकी परीक्षा होनी बाकी है। वाघेला की ये बातें कांग्रेसको परेशान कर सकती है। वाघेला गुजरात में काफी समय से सक्रिय हैं। उनकी बातों को नकारना कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।

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इसी के साथ वाघेला ने पाटीदारों को आरक्षण के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि हार्दिक पटेल आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। कांग्रेस और हार्दिक ने पाटीदारों को भरोसा दिलाया है कि सरकार बनने पर वो आरक्षण देंगे, इस पर वाघेला ने सवाल किया है कि वो आरक्षण कैसे दे सकते हैं। 50 फीसदी की सीमा के बाहर जाकर आरक्षण देना संभव ही नहीं है, हार्दिक पटेल और कांग्रेस पाटीदारों को आरक्षण का लॉलीपॉप दिखा कर उनके वोट हासिल करना चाहते हैं। ये दोनों का व्यक्तिगत स्वार्थ है। कुल मिलाकर वाघेला की बातों से लग रहा है कि कांग्रेस को गुजरात से ज्यादा उम्मीद नहीं करनी चाहिए। वो भले ही जातिगत आंदोलनों के नेताओं को साथ लाने में कामयाब हो गई है लेकिन इसका फायदा उसे नहीं होगा, वहीं राज्य के पाटीदार कांग्रेस के साथ कभी पूरी तरह से नहीं जा सकते हैं। ऐसे में बीजेपी को जीत के लिए ज्यादा कशिश करनी होगी, लेकिन जीत उसी की होगी।