यूपी नगर निगम चुनाव में चली राम नाम की लहर, 2019 में आएगा तूफान ?
यूपी नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी जीत का परचम लहरा दिया है। कहा जा रहा है कि इस चुनाव में राम नाम की लहर चली।
New Delhi Dec 01 : यूपी नगर निगम चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सौ में सौ नंबरों से पास हुए हैं। इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने पूरे प्रदेश में अपना परचम फहरा दिया है। इसके साथ ही बीजेपी ने ये भी साबित कर दिया है कि विपक्ष में अभी उसका मुकाबला करने की कूबत नहीं है। यूपी नगर निगम चुनाव में बीजेपी की इस जीत को राम लहर से भी जोड़कर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि अभी तो सिर्फ राम लहर ही चली है। 2019 के लोकसभा चुनाव में राम के नाम का तूफान चलेगा। ऐसे में सवाल उठने लाजिमी हैं कि क्या वाकई यूपी नगर निगम चुनाव में बीजेपी की जीत सिर्फ राम लहर की वजह से ही हुई है। या फिर उसकी जीत के कई और भी कारण हैं। इन सवालों को जन्म किसी और ने नहीं बल्कि खुद बीजेपी के ही वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दिया है।
यूपी नगर निगम चुनाव के नजीते सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया और लिखा कि अभी भारतीय जनता पार्टी में राम मंदिर की बयार बह रही है जो 2019 के लोकसभा चुनाव के साथ तूफान के साथ ही खत्म होगी। दरसअल, इस वक्त राम मंदिर का मसला काफी छाया हुआ है। इसी हफ्ते से राम मंदिर के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में रेगुलर सुनवाई शुरु होनी है। इससे पहले ही समझौते की कवायद भी शुरु हो चुकी है। वैसे भी 2014 से जब से भारतीय जनता पार्टी केंद्र में आई है तभी से बीजेपी और उसके सहयोगी दल हमेशा से ये कहते रहें हैं कि जल्द ही राम मंदिर का निर्माण शुरु कराया जाएगा। उधर, शिया वक्फ बोर्ड भी ये कह चुका है कि अयोध्या में राम मंदिर का ही निर्माण होना चाहिए। मस्जिद को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है। लेकिन, मंदिर दूसरी जगह पर शिफ्ट नहीं हो सकता है।
जाहिर है बीजेपी की इस कवायद का पूरा फायदा उसे यूपी नगर निगम चुनाव में मिला। वहीं दूसरे दल भी हमेशा से बीजेपी पर ये आरोप लगाते रहे हैं कि वो चुनावों के दौरान राम मंदिर का मसला उठाती है ताकि उसे फायदा मिल सके। इस बात में कोई शक नहीं है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी राम मंदिर को लेकर माहौल बनना शुरु हो गया है। अभी पिछले हफ्ते ही संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि अयोध्या में बड़ा राम मंदिर बनाया जाएगा। इतना ही नहीं उनका ये भी कहना था कि वहां कोई दूसरा ढांचा नहीं खड़ा होगा। मोहन भागवत का कहना था कि हम राम मंदिर जरूर बनाएंगे। उनके मुताबिक ये कोई लोकलुभावन घोषणा नहीं बल्कि हिंदुस्तानियों की आस्था का सवाल है। जिसमें कोई भी बदलाव नहीं हो सकता है। मोहन भागवत ये भी मानते हैं कि ये मामला अभी कोर्ट के विचाराधीन है। लेकिन, उन्हें इस बात को लेकर भी पूरा यकीन है कि अयोध्या में अगर बनेगा तो सिर्फ राम मंदिर ही बनेगा।
कुल मिलाकर कहें तो अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की कवायद जारी है। शायद यही वजह है कि यूपी नगर निगम चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी कहते हैं कि यूपी में राम नाम की लहर चल रही है। जो 2019 के लोकसभा चुनाव में तूफान बनने के बाद थमेगी। आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर भी अपनी ओर से लगातार सुलह की कोशिशें कर रहे हैं। हालांकि राम मंदिर पर सुलह की इन कोशिशों में सुन्नी वक्फ बोर्ड और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने पलीता लगा रखा है। इन लोगों का कहना है कि इस मसले पर उन्हें अदालत के बाहर कोई भी सुलह मंजूर नहीं। कोर्ट का जो भी फैसला होगा मंजूर होगा। लेकिन, अदालत के बाहर किसी से कोई सुलह नहीं की जाएगी। जबकि शिया वक्फ बोर्ड समझौते के लिए तैयार है। इस पूरी कवायद का पूरा फायदा बीजेपी को मिलता हुआ नजर आ रहा है।