ड्रैगन की चाल में फंसा पाकिस्तान होगा तबाह,चीन ने रोक दिया CPEC के लिए फंड

पाकिस्तान चीन के शिकंजे में फंस गया है। चीन ने CPEC की तीन परियोजनाओं के लिए फंड रोक दिया है। इस से पाकिस्तान सरकार और अधिकारी हैरान हैं।

New Delhi, Dec 6: चीन के दम पर पाकिस्तान को जितना उछलना था वो उछल लिया, अब चीन ने अपने कंधे पर सवार पाक को जमीन पर ला पटका है। ड्रैगन की इस चाल से पाकिस्तान सन्न रह गया है, जिस चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के दम पर पाकिस्तान तरक्की के सपने देख रहा था उसी ने अब उसको जकड़ लिया है। किसी साहूकार की तरह चीन ने पाकिस्तान की गर्दन दबोच ली है। पहले तो हसीन सपने दिखाए, अपने फेवर में सारी शर्तें रखवाईं और अब पाकिस्तान को कौड़ी कौड़ी का मोहताज बना रहा है। चीन ने CPEC के लिए फंड को अस्थायी तौर पर रोक लिया है। इसका कारण भी पाकिस्तान खुद है, पाकिस्तान में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण ड्रैगन ने ये कदम उठाया है।

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बता दें कि CPEC में चीन ने 45 अरब डॉलर का निवेश किया है। इतनी भारी भरकम रकम को वो आसानी से तो पाकिस्तान को देगा नहीं। खास बात ये है कि आर्थिक गलियारे के तहत कई बड़े बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनमें से कई प्रोजेक्ट पाकिस्तानी कंपनियां बना रही हैं। ऐसे ही तीन बड़े रोड प्रोेजेक्ट के लिए चीन ने पंडिंग रोक दी है। चीन के मुताबिक इन प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है। इसलिए इन योजनाओं के लिए फंड जारी करने पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। ये रोक आगे भी बढ़ सकती है। ड्रैगन की इस चाल से पाकिस्तान स्तब्ध रह गया है। उसे यकीन नहीं हो रहा है कि चीन ऐसा भी कर सकता है। हालांकि चीन कभी भी भरोसे के काबिल नहीं रहा है। वो केवल अपने फायदे के बारे में ही सोचता है।

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इस बाबत एक रिपोर्ट भी जारी कर दी गई है, जिस से पाकिस्तानी अधिकारी हैरान और परेशान हैं। लेकिन अब वो कुछ नहीं कर सकते हैं, क्योंकि ड्रैगन का शिकंजा तेजी से पाकिस्तान को कस रहा है। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक चीन के इस फैसले से पाकिस्तान नेशनल हाइवे अथॉरिटी के अरबों डॉलर के रोड प्रोजेक्ट्स को झटका लगेगा। जिस से तीन परियोजनाओं के पूरा होने में देरी हो सकती है। इस से इनकी लागत भी बढ़ सकती है। पाकिस्तान के एक अधिकारी के मुताबिक चीन जल्द ही नई गाइडलाइंस जारी करेगा, जिसके बाद ही फंड रिलीज किया जा सकता है। हालांकि चीन हमेशा के लिए फंड रोकेगा इसकी संभावना कम ही है, क्योंकि CPEC चीन का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है, इसके जरिए चीन का शिनजियांग इलाका पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से जुड़ेगा।

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अब आपको बताते हैं कि चीन के फंड रोकने का असर किन प्रोजेक्ट्स पर पड़ सकता है। 210 किलोमीटर लंबा डेरा इस्माइल खान झोब रोड जो 81 अरब की लागत से तयार हो रही है उस पर असर पड़ेगा, इसके अलावा 110 किलोमीटर लंबी खुजदार से बसिमा रोड जिसकी लागत 20 अरब है उस पर भी असर पड़ सकता है। फंड की कमी के कारण जिस तीसरी योजना पर ग्रहण लग सकता है वो रायकोट से थाकोट के बीच काराकोरम हाइवे प्रोजेक्ट है, इसके निर्माण में 8.5 अरब रूपये खर्च होने का अनुमान जताया जा रहा है। ये रोड 136 किलोमीटर लंबी है। इस तरह से देखें तो सीपैक के तहत पाकिस्तान में इंफ्रास्ट्रक्चर तो तैयार हो रहा है, लेकिन भ्रष्टाचार के कारण उस में भी देरी हो रही है। कहीं ऐसा ना हो कि चीन अपना काम निकल जाने के बाद इन प्रोजेक्ट्स से हमेशा के लिए अपने हाथ खींच ले।