मणिशकंर अय्यर और अल्‍पेश ठाकोर बनेंगे कांग्रेस के बलि के बकरे ?

एग्जिट पोल के नतीजों ने ये संकेत दे दिए हैं कि कांग्रेस गुजरात और हिमाचल हार रही है। ऐसे में मणिशंकर अय्यर और अल्‍पेश बलि के बकरे बन सकते हैं।

New Delhi Dec 15 : गुजरात और हिमाचल के सर्वे की तस्‍वीर जनता के सामने है। लेकिन, हकीकत का सामना अभी बाकी है। 18 तारीख को ही पता चलेगा कि गुजरात और हिमाचल मे कौन जीत रहा है और कौन हार रहा है। एग्जिट पोल के नतीजे ये बता रहे हैं कि गुजरात और हिमाचल दोनों ही कांग्रेस बुरी तरह हार रही है। हालांकि कुछ सर्वे ने ये दिखाया है कि गुजरात में कांग्रेस बीजेपी को कड़ी टक्‍कर दे रही है। कांग्रेस पार्टी इन एग्जिट पोल को मानने के लिए तैयार नहीं है और ना ही वो नतीजों से पहले अपनी हार स्‍वीकार करना चाहती है। करना भी नहीं चाहिए। लेकिन, दूसरी ओर पार्टी ने इस बात की तैयारी शुरु कर दी है कि अगर नतीजे उसके उम्‍मीदों के विपरीत आए तो बलि का बकरा किसे बनाया जाए। माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी गुजरात में अपनी हार का ठीकरा मणिशंकर अय्यर और अल्‍पेश ठाकोर पर फोड़ सकती है।

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी अभी से इस बात की जुगत में लग गई है कि अगर दोनों राज्‍य कांग्रेस हारती है तो कैसे राहुल गांधी की फेस सेविंग की जाए। सूत्रों का कहना है कि अगर ऐसा होता है गुजरात और हिमाचल दोनों ही राज्‍य कांग्रेस हारती है तो इसका पूरा का पूरा ठीकरा मणिशंकर अय्यर के सिर ही फोड़ा जाएगा। इसके साथ ही अल्‍पेश ठाकोर को भी कठघरे में खड़ा किया जा सकता है। दरअसल, तमाम एग्जिट पोल के इतर कांग्रेस पार्टी ने अपना भी एक आतंरिक सर्वे कराया है। जिसमें कांग्रेस ने खुद को 110 से 115 सीटें दी हैं। लेकिन, इस सर्वे में उसने ये भी माना है कि उसने जो सीटें अल्‍पेश ठाकोर को दी थीं। वहां पर कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है। यानी अभी से कांग्रेस ने अल्‍पेश ठाकोर की सीट पर हार माननी शुरु कर दी है।

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कांग्रेस पार्टी के भीतर इस बात को लेकर चर्चा चल रही है कि अल्‍पेश ठाकोर बहुत बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। दरसअल, गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस की नजर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्‍नेश मेवाणी और ओबीसी नेता अल्‍पेश ठाकोर पर थी। कांग्रेस पार्टी चाहती थी कि ये तीनों युवा नेता कांग्रेस से साथ जुड़ जाएं। हार्दिक पटेल और जिग्‍नेश मेवाणी ने चाल चलते थे कांग्रेस को समर्थन तो दिया लेकिन, उसमें शामिल नहीं हुए। जबकि पुराने कांग्रेसी नेता और ओबीसी नेता अल्‍पेश ठाकोर ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। लेकिन, अब कांग्रेस के सामने ये दिक्‍कत है कि अगर गुजरात के नतीजे उसकी उम्‍मीदों के खिलाफ आए तो सबसे ज्‍यादा भद राहुल गांधी की पिटेगी। कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्‍यक्ष राहुल गांधी को संभावित हार की पूरी जिम्‍मेदारी लेनी होगी।

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माना जा रहा है क‍ि राहुल गांधी के चेहरे को बचाने के लिए ही कांग्रेस  पार्टी ने तैयारी शुरु कर दी है। सूत्र बताते हैं कि अगर एग्जिट पोल सच साबित हुए तो कांग्रेस पार्टी गुजरात में हार का पूरा ठीकरा मणिशंकर अय्यर और अल्‍पेश ठाकोर पर ही फोडेगी। मणिशंकर अय्यर ने पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच कह दिया था। जिस पर काफी हंगामा हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को गुजरात के अपमान से जोड़ दिया था। इसके साथ ही मणिशंकर अय्यर ने चुनाव से पहले पाकिस्‍तान के पूर्व विदेश मंत्री और उच्‍चायुक्‍त के सम्‍मान में भोज का भी आयोजन किया था। जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी भी शामिल हुए थे। गुजरात चुनाव में पाकिस्‍तान की एंट्री ने भी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी थीं। जिसके सूत्रधार भी मणिशंकर अय्यर ही थे।