बीजेपी की फायर ब्रांड नेता स्मृति ईरानी बनेगी गुजरात की मुख्यमंत्री ?
गुजरात और हिमाचल का मुख्यमंत्री कौन बनेगा इस पर सभी की निगाहें टिकीं हुईं हैं। लेकिन, गुजरात में सीएम की रेस में स्मृति ईरानी का नाम सबसे आगे है।
New Delhi Dec 20 : गुजरात और हिमाचल जीतने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के सामने सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर दोनों राज्यों का मुख्यमंत्री कौन बनेगा। इस बात को लेकर भारतीय जनता पार्टी में कशमकश जारी है। गुजरात और हिमाचल के लिए कई नाम रेस में चल रहे हैं। हालांकि गुजरात में विजय रुपाणी अभी भी पार्टी हाईकमान की पहली पसंद बने हुए हैं। लेकिन, जिस तरह से गुजरात में इस बार बीजेपी की सीटें कम आईं हैं उससे पार्टी चाहती है कि राज्य में मुख्यमंत्री बदल दिया जाएगा। ऐसे में बीजेपी की फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी गुजरात की सीएम की रेस में सबसे आगे चल रही हैं। हालांकि स्मृति ईरानी मुख्यमंत्री बन पाएंगी या नहीं इस पर संस्पेंस बरकरार है। माना जा रहा है कि गुजरात और हिमाचल दोनों ही जगहों पर पार्टी सभी को चौंका सकती है।
वहीं दूसरी ओर पार्टी से जुड़े तमाम लोग गुजरात में स्मृति ईरानी के नाम को महज अटकलें और कोरी अफवाह करार दे रहे हैं। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि ये सही बात है कि स्मृति ईरानी का नाम चर्चा में है। उनके नाम पर पहले से ही विचार किया जा रहा था। वैसे भी स्मृति ईरानी अभी गुजरात से ही राज्यसभा की सदस्य हैं। माना जा रहा है कि बुधवार को होने वाली बीजेपी की संसदीय बोर्ड की मीटिंग में गुजरात और हिमाचल दोनों जगहों पर मुख्यमंत्री के नामों का एलान कर दिया जाएगा। उधर, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का नाम सबसे आगे चल रहा है। हालांकि हिमाचल में सीएम की रेस में जयराम ठाकुर का नाम भी आगे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गुजरात में विजय रुपाणी और स्मृति ईरानी में से किसी एक नाम पर मुहर लगेगी। वहीं हिमाचल में भी जेपी नड्डा और जयराम ठाकुर में ही किसी एक को चुना जाएगा। दरअसल, बीजेपी का मानना है कि स्मृति ईरानी को गुजरात की कमान सौंप 2019 के लोकसभा चुनाव को भी आसानी से साधा जा सकता है। 1998 के बाद से बीजेपी को गुजरात में इस बार सबसे कम सीट मिली हैं। बीजेपी यहां पर दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई है। ऐसे में स्मृति ईरानी पार्टी में नई जान फूंकने में कामयाब हो सकती हैं। उनके अंदर ना सिर्फ संगठन के नेतृत्व की क्षमता है बल्कि गुजराती भाषा पर भी उनकी अच्छी पकड़ है। गुजरात से उनका पुराना जुडाव भी रहा है।
भारतीय जनता पार्टी में एक बात और भी है कि जब जब भी चुनावों के बाद किसी नेता का नाम मुख्यमंत्री की रेस में शामिल होता है पार्टी उसे मुख्यमंत्री नहीं बनाती। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार क्या होता है। वैसे गुजरात में पहले से ही विजय रुपाणी का नाम चर्चा में था। वहीं हिमाचल में बीजेपी ने प्रेम कुमार धूमल को सीएम पद का उम्मीदवार बनाया था। लेकिन, वो चुनाव हार चुके हैं। इस सूरत में दोनों ही जगहों पर नए मुख्यमंत्री की तलाश तेज है। देखिए किसकी किस्मत चमकती है। कौन बनता है गुजरात और हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री। क्या विजय रुपाणी ही संभालेंगे गुजरात की कमान या फिर स्मृति ईरानी फूंकेंगी नई जान। सवाल कई हैं हर किसी का जवाब जल्द ही मिलेगी। बस एक बार बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग हो जाने दीजिए।