एक तो हार का गम, ऊपर से ये डर, हार्दिक पटेल करें भी तो क्या करें

गुजरात की हार से राहुल गांधी से ज्यादा दुखी हार्दिक पटेल हैं, उनको अभी तक यकीन नहीं हो रहा है कि वो हार गए हैं, अब उनको डर भी लग रहा है।

New Delhi, Dec 20: गुजरात चुनाव मं हार के बाद कांग्रेस और उसके तीन युवा सहयोगी भविष्य को लेकर परेशान हैं. अगले पांच साल के लिए सत्ता फिर से बीजेपी के पास चली गई है। इस बार मौका अच्छा था, सरकार विरोधी लहर और केंद्र सरकार के कठोर कदमों के बाद भी कांग्रेस बीजेपी के मुकाबले सत्ता की रेस हार गई। कांग्रेस को समर्थन देने वाले हार्दिक पटेल इस हार से बहुत ज्यादा निराश हैं, पहले तो उन्होंने ईवीएम पर निशाना साधा, उसके बाद अब उनको एक डर सता रहा है। हार्दिक को डर है कि बीजेपी उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। सवाल ये है कि हार्दिक को इस बात की आशंका क्यों हैं, बीजेपी जब चुनाव जीत गई है तो वो इस तरह की हरकतों से जनता की नजरों में विलेन क्यों बनना चाहेगी।

Advertisement

या फिर हार्दिक पटेल ने कुछ ऐसा किया है जिसके कारण उनको डर लग रहा है। हार्दिक ने एक ट्वीट करके ये बातें कहीं, उन्होंने लिखा है कि बीजेपी ने मुझ पर क़ानूनी कार्रवाई की तैयारी की है। कोई बात नहीं, कीजिए। मैं पीछे नहीं हटूंगा। जनता के लिए लड़ाई जारी रखूंगा। मुझे जेल में डालने से लड़ाई बंद नहीं होगी। इंकलाब के नारों से लड़ाई जारी है। इस ट्वीट से ये साफ नहीं हो रहा है कि बीजेपी हार्दिक के खिलाफ कानूनी एक्शन क्यों लेगी. जबकि पाटीदार आंदोलन के दौरान जो हुआ था उस से बीजेपी को ही नुकसान हुआ है। हार्दिक ने ये भी कहा कि वो कांग्रेस पर नजर रखेंगे कि बतौर विपक्ष वो जनता की आवाज को किस तरह से उठाती है। किस तरह से जनता की सेवा करते हैं।

Advertisement

पहले तो हार का गम उसके बाद अब ये डर, हार्दिक शायद समझ नहीं पा रहे हैं कि चुनाव के बाद वो किस तरह की राजनीति करें, किस तरह के बयान दें। ईवीएम को लेकर उन्होंने जो कहा उसका समर्थन बहुत ज्यादा लोगों ने नहीं किया. खुद कांग्रेस के कई नेताओं ने कहा कि वो ईवीएम पर सवाल नहीं उठा रहे हैं लेकिन जिनको संदेह है उसे दूर किया जाना चाहिए। हार्दिक ने कहा कि चुनाव आयोग ने ईवीएम के बारे में जो कहा वो आखिरी सत्य नहीं है, अगर किसी उम्मीदवार को ईवीएम से दिक्कत है तो वीवीपैट के जरिए वोटों की गिनती दोबारा करवानी चाहिए। हार्दिक ने ये भी कहा कि वो आगे की रणननीति बनाएंगे, उनका आंदोलन जारी रहेगा। लेकिन आंदोलन की दिशा और दशा क्या होगी इस पर फैसला करना होगा।

Advertisement

गुजरात की हार से राहुल गांधी भी इतने निराश नहीं होंगे जितने हार्दिक पटेल हो रहे हैं। दरअसल हार्दिक को इस बात की बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी कि कांग्रेस हार जाएगी, शायद हार्दिक ने कांग्रेस बीजेपी को कम आंका था या फिर खुद को ज्यादा आंक लिया था। कारण कुछ भी गुजरात की हार ने हार्दिक को तोड़ के रख दिया है. उनके ट्वीट से भी इसकी जानकारी मिल रही है। उन्होंने लिखा था कि हार्दिक नहीं हारा, बेरोज़गारी हारी है, शिक्षा की हार हुई है, स्वास्थ्य की हार हुई है, आम लोगों से जुड़ा हर मुद्दा हारा है और एक उम्मीद हारी है। हार्दिक ने लिखा कि सच कहूं तो गुजरात की जनता हारी है,  EVM की गड़बड़ी जीत गई है। इस ट्वीट से समझा जा सकता है कि हार्दिक को इस हार ने कितना दुखी किया है।